BREAKING NEWS - बिहार में ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर मिला कुबेर का खजाना
बिहार में ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर से मिली 3 करोड़ की नकदी, ढाई किलो चांदी और लग्जरी कारें

बिहार 26 जून बिहार में ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर मिला कुबेर का खजाना, मिली 3 करोड़ की नकदी, ढाई किलो चांदी और कई लग्जरी कारें
पटना से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई है। आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के घर से शनिवार को करीब 3 करोड़ रुपए कैश बरामद किया गया है। इसे गिनने के लिए मशीन मंगाई गई है। अधिकारी ने बताया कि आरोपी के घर से 3 करोड़ की नकदी बरामद हुआ है जिसे मशीन से गिना जा रहा है। इसके आलावा ज्वेलरी मिली है, उसमें 12 हजार रुपए की कीमत का हीरा, 36.48 लाख रुपए से अधिक की कीमत की करीब पौन किलो सोना, 1.66 लाख से अधिक की कीमत की तीन किलो चांदी बरामद की गई है। गया का मनोरमा अपार्टमेंट का फ्लैट नंबर 201 जितेंद्र कुमार के नाम पर मिला है। जबकि, फ्लैट नंबर 202 का बिजली कनेक्शन भी इनके नाम पर है। इस कारण आशंका है कि इस फ्लैट के मालिक भी यही हैं। पटना के संदलपुर में स्थित मातृछाया अपार्टमेंट का फ्लैट नंबर 301 भी ड्रग इंस्पेक्टर के नाम पर ही मिला है।
बिहार कॉलेज ऑफ फार्मेसी के जितेंद्र कुमार प्रिंसिपल हैं। इस कैंपस से निगरानी टीम के हाथ इनके नाम पर रजिस्टर्ड पंजाब नंबर की एक स्कॉर्पियो, एक पोलो कार, एक बाइक मिली है। टाटा एआइजी की एक पॉलिसी भी मिली है। पटना में पोस्टेड ड्रग इंस्पेक्टर के 5 ठिकानों पर अन्वेषण ब्यूरो सुबह से एक साथ छापेमारी कर रही है। पटना के सुल्तानगंज में स्थित मलेरिया ऑफिस है जिसके पास जीतेन्द्र कुमार का घर भी है। पटना के ही गोला रोड में इनका प्राइवेट ऑफिस है इसी के साथ गया में फ्लैट और प्राइवेट फार्मेसी कॉलेज भी शामिल है। इन सभी ठिकानों पर निगरानी की अलग-अलग टीम मौजूद है और कागजात से लेकर काफी कुछ खंगाल रही है।
बताया जा रहा है कि जितेंद्र कुमार अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे। आरोप है कि जीतेन्द्र ने सरकारी नौकरी करते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया है। इनके खिलाफ राज्य सरकार के पास लगातार शिकायतें आ रही थी। जिसके बाद मामला निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को सौंपा गया। इसके साथ ही एक टीम बनाकर जितेंद्र कुमार के ऊपर लगे आरोपों की जांच कराई गई। इसमें इनके खिलाफ काफी सबूत मिले। काली कमाई का शक बिलकुल सही निकला। निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार मौआर के अनुसार छापों की कार्रवाई की भनक लगते ही ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार फरार हो गया। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।