मुर्मू बनीं देश की 15वीं राष्ट्रपति, बोलीं- मुझ में गरीब-दलित, पिछड़े देख रहे अपनी परछाई
द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को भारत के 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी उत्तराधिकारी द्रौपदी मुर्मू को सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रपति की कार में संसद भवन ले गए।

दिल्ली (हिंदुस्तान तहलका): द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को भारत के 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी उत्तराधिकारी द्रौपदी मुर्मू को सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रपति की कार में संसद भवन ले गए। कोविंद के साथ नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रपति भवन की 31 भव्य सीढ़ियां उतरकर सलामी मंच पर पहुंचीं, जहां उन्होंने सलामी ली। राष्ट्रपति के अंगरक्षकों ने राष्ट्रगान गाया, जिसके बाद दोनों को राष्ट्रपति की कार में ले जाया गया, जो औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन से संसद भवन के लिए रवाना हो गई। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना ने निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा- मैं प्रेसिडेंट बनी, यह लोकतंत्र की महानता है। भारत में गरीब सपने देख सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है। युवाओं और महिलाओं को मैं खास विश्वास दिलाती हूं। अनेक बाधाओं के बावजूद मेरा दृढ़ संकल्प मजबूत रहा।
उन्होंने आगे बताया- भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है। राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है।
उनके मुताबिक, "मेरे लिए बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं। मेरे इस निर्वाचन में देश के गरीब का आशीर्वाद शामिल है, देश की करोड़ों महिलाओं और बेटियों के सपनों और सामर्थ्य की झलक है।" राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया। उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद हैं।
मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। साथ ही वह सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने वाली पहली आदिवासी महिला और स्वतंत्र भारत में पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य गणमान्य लोगों को धन्यवाद दिया और नेताओं ने उन्हें बधाई दी।