एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंची नुपूर शर्मा, गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग

भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। नूपुर शर्मा ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की है।

एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंची नुपूर शर्मा, गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग

भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। नूपुर शर्मा ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की है। इस बार उन्होंने पैगंबर टिप्पणी में गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है। नूपुर शर्मा ने अपनी याचिका में कहा- सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उनकी जान को खतरा बढ़ गया है। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी के बाद उन्हें और ज्यादा धमकियां मिलने लगी हैं। नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से सभी 9 FIR को दिल्ली ट्रांसफर करने की अपील की है। 

दो महीने पहले एक टीवी बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद इस मामले में काफी ज्यादा विवाद हुआ था। नूपुर शर्मा ने उनके खिलाफ दर्ज 9 प्राथमिकी में से किसी में उनकी संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। नूपुर शर्मा की याचिका पर कल सुनवाई होगी। मिली जानकारी के मुताबिक, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की सुप्रीम कोर्ट की बेंच मंगलवार को पैगंबर पर टिप्पणी पर FIR दर्ज करने के लिए नूपुर शर्मा की याचिका पर सुनवाई कर सकती है।

गौरतलब है कि नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट शो में पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ कई राज्यों में FIR दर्ज की गई। कोलकाता पुलिस ने उन्हें कई बार समन जारी कर चुका है। नुपुर के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है।

इस याचिका पर कल सुनवाई होने वाली है। सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच करेगी। अपनी ताजा याचिका में नूपुर शर्मा ने नई धमकियों और अपनी आलोचना का भी हवाला दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें नए सिरे से लगातार रेप और हत्या की धमकियां मिल रही हैं। गौरलतब है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के चलते दो लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। 

नूपुर शर्मा ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की थी, उसमें भी जान का डर बताया था। साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज नौ एफआईआर की एक जगह सुनवाई की गुहार लगाई थी। तब सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि देशभर में बदतर हालात के लिए सिर्फ आप जिम्मेदार हैं। नूपुर शर्मा को देश से माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने याचिका वापस ले ली थी।