-हाल्दाना बॉर्डर पर आठ कंपनियों की गई तैनात
-चार कंपनी पानीपत जिले की और चार कंपनी सोनीपत जिले की रहेगी तैनात
– किसान नेता सूरजभान को किया नजरबंद
हिन्दुस्तान तहलका / अनीश कौशिक
पानीपत – किसानों के दिल्ली कूच के फैसले के बाद हरियाणा में तमाम जगहों पर पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, बीएसएफ ने मोर्चा संभाला लिया है। अनेकों बॉर्डर पर नाकाबंदी, किलेबंदी, बैरिकेडिंग समेत अन्य बैरियर लगाकर रास्तों को बंद किया गया है। इसी बीच पानीपत जिले के समालखा कस्बे में नेशनल हाईवे 44 पर जीटी रोड पर हल्दाना बॉर्डर पर पुलिस और फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जिला प्रशासन किसी भी सूरत में किसानों को दिल्ली कूच नहीं करने देने के इरादे से तैयारी कर चुका है। गांव पट्टीकल्याण के पास पानीपत और सोनीपत पुलिस ने संयुक्त रूप से नाकाबंदी की तैयारी की है। नाका बनाने के लिए पुलिस द्वारा बैरिकेड, पत्थर अधिक संख्या में मंगवाए गए हैं। किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन मशीन, वज्र वाहन, क्रेन मौके पर मौजूद हैं। इनके अलावा करीब 6 गाड़ियां फायर ब्रिगेड, 4 एंबुलेंस भी मौके पर खड़ी की गई हैं।
किसान नेताओं के घर पुलिस की दबिश
किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए प्रशासन और पुलिस एक्शन मोड में है। पुलिस ने जीटी रोड स्थित पट्टीकल्याणा के नजदीक हल्दाना बॉर्डर पर सोनीपत पुलिस के साथ मिलकर नाका बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। दोनों जिलों की पुलिस यहां पर पहुंच गई है और अधिकारी नाका लगाने को लेकर के विचार विमर्श कर रहे हैं। इन सबके बीच पुलिस ने किसान नेताओं के घर दबिश देना शुरू कर दिया है। बापौली थाना पुलिस मंगलवार सुबह गांव गढ़ी भलौर में किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सूरजभान रावल के घर पहुंची। पुलिस ने उनको घर पर ही नजरबंद किया। इधर, बसों की बजाय ट्रेन में यात्री बढ़ रहे हैं। आरपीएफ और जीआरपी भी ट्रैक पर गश्त कर रही है।
हर स्थिति से निपटने को पुलिस तैयार: डीसीपी
समालखा में जायजा लेने के लिए सोनीपत डीसीपी ईस्ट गौरव राजपुरोहित, एसीपी गन्नौर गोरखपाल राणा समेत पानीपत पुलिस अधिकारी हल्दाना बॉर्डर पर पहुंचे। डीसीपीने कहा कि पानीपत और सोनीपत पुलिस की जॉइंट टीमें यहां तैनात रहेंगी। सोनीपत पुलिस की दो टीमें और दो अर्ध सैनिक टुकड़ियां यहां तैनात कर दी गई हैं। इसके अलावा पानीपत की चार टीमें यहां तैनात हैं। यहां जरूरत पड़ने पर अलग-अलग तरीके की बैरिकेडिंग की जाएगी। जिसमें कंटीली तारें, पत्थर आदि हैं। अगर, किसानों की गाड़ियां यहां आई तो पुलिस के पास व्यापक बंदोबस्त है। फिलहाल यहां ट्रैफिक पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। अगर ट्रैफिक रोकने की जरूरत पड़ी तो लोगों को पहले ही सूचित किया जाएगा।