राष्ट्र के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार मन की बात के 90 वें एपिसोड को संबोधित किया।

राष्ट्र के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात

Mann Ki Baat 26 जून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह मन की बात के 90 वें एपिसोड को संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले उन्होंने आपातकाल के समय को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा, जून का ये वही समय था जब आपातकाल लगाया गया था। आपातकाल के दौरान भारत के लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया गया था। देश के नागरिको से उनके अधिकार छीन लिए गए थे। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था।  बिना स्वीकृति कुछ भी छापा तक नहीं जा सकता था। इसके बावजूद  लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही आपातकाल को हटाकर वापस लोकतंत्र की स्थापना की। तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही की वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।  आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो हमें आपातकाल के भयानक दौर को भूलना नहीं चहिए। 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि , आज हमारा भारत कई प्राप्त कर रहा है।  बीते कुछ समय में हमारे देश में स्पेस सेक्टर से जुड़े कई बड़े काम हुए हैं। देश की इन्हीं उपलब्धियों में से एक है In-Space नाम की एजेंसी का निर्माण। उन्होंने कहा, आज से कुछ साल पहले हमारे देश में स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप के बारे में कोई सोचता तक नहीं था। आज इनकी संख्या 100 से भी ज्यादा है। 

 पीएम मोदी ने अपने संबोधन में महिला  क्रिकेटर मालती राज को भी याद किया। उन्होंने  कहा, भारत की सर्वाधिक प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में मिताली राज ने  इसी महीने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। उन्होंने कई खेल प्रेमियों को भावुक कर दिया। उन्होंने कहा, वह महज एक असाधारण खिलाड़ी नहीं हैं। वह अनेक खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी रही हैं।