बिना मंत्री की सरकार में बेपरवाह अधिकारियों की टेंशन फ्री लाइफ स्टाइल
हिंदुस्तान तहलका / दुष्यंत त्यागी
चंडीगढ़ – लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बाद छह महीने की वैलिडिटी वाली सरकार में अधिकारियों को अपने भविष्य की संभावनाओं की तलाश हैं। राजधानी में कई सेवा निवृत एवं वर्तमान वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी हरियाणा में सत्ता परिवर्तन को भांपकर अन्य स्थान पर पनाह लेने की तैयारी में जुट गए हैं। दस साल सत्तारूढ़ रही भाजपा सरकार में कार्यरत कई पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों को पूर्व मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ आवास पर हाजरी बजाते हुए देखा गया है।
लोकसभा चुनाव -2024 के चलते प्रदेश में लगी आदर्श आचार संहिता में राजधानी में बिना मंत्रियों के अधिकारी बेपरवाह हो गए हैं। किसी मंत्री की दखलंदाजी का भय नहीं होने के चलते ज्यादातर उच्च अधिकारी टेंशन फ्री लाइफ स्टाइल जी रहे हैं। चंडीगढ़ ऑफिस आने जाने की कोई समय सारणी निर्धारित नहीं है। इसलिए आजकल बड़े साहेब चाय समोसा बेसन खाकर चुनावी प्रक्रिया की खाना पूर्ती कर निकल लेते हैं।
सेवानिवृत आईएएस – आईपीएस के साथ – साथ वर्तमान आईएएस और आईपीएस सरकार में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने के उद्देश्य से अभी से सक्रिय हो गए हैं। जिस जिस आईएएस अधिकारी को वर्तमान सरकार में सीएमओ और अच्छे विभाग नहीं मिले हैं। वह सूबे में आगामी छह महीने के बाद अगर तख्ता पलट होता है तो वही अधिकारी नई सरकार में फिर से सीएम कार्यालय में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो जाएंगे।
हरियाणा सरकार में होने जा रहे सत्ता परिवर्तन को भांपकर प्रदेश के कई वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी दूसरे पक्ष में अपनी अपनी गोटी बिठाने के लिए अभी से जुगाड़ में व्यस्त हो गए हैं। विश्वस्त सूत्र से प्राप्त जानकारी ने उपरोक्त बातों की पुष्टि करते हुए कहा कि जी बिल्कुल ऐसा ही है। अधिकारियों को मालूम है कि नायब सरकार छः महीने की वैलिडिटी पर है, उसके बाद विधानसभा के चुनाव होंगे। दस साल से सत्तारूढ़ भाजपा की हैट्रिक के लिए ‘एंटी कम्बंसी’ बड़ी बाधा बन सकती है।