ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन संबंधित बैठक स्थानीय नाहर सिंह पार्क बल्बभगढ में हुई संपन्न

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन संबंधित सीटू जिला कमेटी फरीदाबाद की बैठक स्थानीय नाहर सिंह पार्क बल्बभगढ में संपन्न हुई। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र सिंह मद्धेशिया ने की जबकि कार्रवाई का संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया।

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन संबंधित बैठक स्थानीय नाहर सिंह पार्क बल्बभगढ में हुई संपन्न

फरीदाबाद (हिंदुस्तान तहलका): ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन संबंधित सीटू जिला कमेटी फरीदाबाद की बैठक स्थानीय नाहर सिंह पार्क बल्बभगढ में संपन्न हुई। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र सिंह मद्धेशिया ने की जबकि कार्रवाई का संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। इस मौके पर यूनियन के राज्य प्रधान देवी राम और सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष तौर पर उपस्थित रहे। प्रधान देवी राम ने मीटिंग के मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों के प्रति उदासीनता का रवैया अपना रही है। जबकि इन मांगों को लागू करने के लिए यूनियन ने प्रदेश के सभी ब्लॉकों‌ पर तीन दिवसीय धरने दिए और इसके बाद 14 जुलाई को डीडीपीओ के माध्यम से प्रदेश के पंचायत एवं विकास मंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन सरकार को भिजवाया। 

लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी सकारात्मक संदेश प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए यूनियन की राज्य कमेटी ने गत 24 जुलाई को रोहतक में संपन्न हुई बैठक में आन्दोलन के अगले चरण में आगामी 20-21 अगस्त को प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के टोहाना निवास पर 24 घंटे का महापड़ाव डालने की योजना को अंतिम रूप दिया है।इसकी पूरे प्रदेश में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। इसी सिलसिले में आज फरीदाबाद के तीनों ब्लॉकों की बैठक करने के लिए भी योजना बनाई गई है इस फैसले के तहत आगामी 3 अगस्त को फरीदाबाद, ब्लॉक और बल्लभगढ़ की आम सभा नाहर सिंह पार्क में बुलाई गई है। जबकि तिगांव ब्लॉक के कर्मचारीयों की बैठक तिगांव ब्लॉक में होगी। 

यूनियन की मुख्य मांग निम्न प्रकार है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियो को  विधानसभा में नीति बनाकर  नियमित किया जाए । जिन कर्मचारियों की मृत्यु हो गई है। उनके परिजनों को एक्स ग्रेशिया नीति के अनुग्रह पूर्वक अनुदान राशि प्रदान करके परिवार के एक सदस्य को नौकरी प्रदान की जाए।  जब तक कर्मचारी पक्के नहीं होते हैं। उन्हें 24 हजार रूपए न्यूनतम वेतन दिया जाए। कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए। तथा इनकी वार्षिक वेतन बढ़ोतरी लागू की जाएं। उन्होंने कर्मचारियों को काम करने के लिए औजार प्रदान करने की मांग की। मांग पत्र में कर्मचारी के बच्चों की शादी के लिए विभाग की गारंटी पर बैंक से  दो लाख रुपए  के लोन कि व्यवस्था करने, ग्रामीण सफाई कर्मचारी के बच्चों की पढ़ाई के लिए न्यूनतम 1125 रुपए मासिक शिक्षा भत्ता देने, ग्रामीण सफाई कर्मियों के लिए साल में कम से कम 4 वर्दी 2 जोड़ी जूतों के लिए ₹8000 वार्षिक वर्दी भत्ता तथा ₹500 मासिक धुलाई भत्ता निर्धारित करने की मांग की। 

इसके अलावा शहरों की तर्ज पर ग्रामीण सफाई कर्मियों में से ही पढ़े-लिखे कर्मचारियों को सफाई सुपरवाइजर लगाकर बेगार प्रथा पर रोक लगाने की मांग की। यूनियन ग्रामीण सफाई कर्मियों को अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह सरकारी अवकाश और बीमार होने पर वेतन सहित अवकाश प्रदान करने की मांग कर रही है। इसके साथ-साथ यूनियन ने ग्रामीण सफाई कर्मियों को विशेष कैटेगरी का कर्मचारी मानकर आवास की गारंटी देने। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों को 100 गज के प्लाट देकर मकान निर्माण के लिए उचित अनुदान प्रदान करने की मांग की। 

उन्होंने सफाई कर्मचारियों को दिवाली पर कानूनी बोनस और अनाज के लिए दस हजार रुपए देने की मांग की।सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि आगामी 30 जुलाई को खाद्य पदार्थों जैसे चावल, आटा, दाल, दूध, दही, पनीर, मछली, सहित बैंकों में से अपनी जमा राशि निकालने पर केंद्र सरकार ने 18% जीएसटी लगाने का निर्णय लिया है। केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ  सभी मजदूर कर्मचारी मिलकर बीके नगर निगम चौक पर बढ़ती हुई महंगाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे।  आज कि बैठक को  धर्मवीर वैष्णव जिला सचिव हुड्डा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन, , मनोज हंस, प्रधान बल्लबगढ़ ब्लॉक सचिव विनीत,  विकास, राजु ब्लॉक प्रधान  तिगांव, ब्लॉक सचिव के  सचिव सुनील पारछा, कैसियर बिनोद, भी संबोधित किया।