पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले,चलाई प्लास्टिक की गोलियां पंधेर ने कहा-एक किसान की हुई मौत
हिंदुस्तान तहलका / ब्यूरो
पंजाब – हरियाणा-पंजाब के दातासिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर बवाल मचा हुआ है। करीब एक घंटे तक यहां स्थिति तनाव पूर्ण रही। पुलिस ने किसानों काे खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले चलाए। वहीं प्लास्टिक की गोलियां चलाई गई हैं। आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा है कि खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई है। हालांकि इसमें अभी इसमें प्रशासन की ओर से किसी की मौत की पुष्टि नहीं की गई है। खनौरी बॉर्डर पर हुए टकराव में 100 से ज्यादा किसानों को हल्की और गहरी चोटें आयी हैं। एक किसान की हालत गंभीर बनी हुई। घायल किसानों को एम्बुलेंस की सहायता से खनौरी और पंजाब के दूसरे अस्पताल में ले जाया जा रहा है।
वहीं बैरिकेडिंग के इस तरफ घायल हुए किसान को नरवाना के सिविल अस्पताल में लाया गया है। बताया जा रहा है कि किसान को छर्रे लगे हैं। इस बीच किसानों ने कहा है कि वे 4 बजे तक इंतजार करेंगे। इसके बाद आगे बढ़ेंगे। किसान नौजवान सभा के बबलू मिर्चपुर ने बताया कि प्रशासन की तरफ से ही गोलियां चलाई गई हैं। इससे पहले किसानों ने सवा 11 बजे दिल्ली कूच का ऐलान किया था। खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे हैं। किसानों व पुलिस के बीच फिलहाल तनातनी का माहौल बना हुआ है।
पंजाब बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता और नौजवान सभा सदस्य बबलू मिर्चपुर ने बताया कि 10 हजार से ज्यादा ट्रैक्टरों का काफिला पहुंचा है। सबसे आगे JCB है। 30 से ज्यादा जेसीबी और हाइड्रोलिक मशीनें आगे बढ़ेंगी। उसके पीछे नौजवान होंगे और उसके बाद बुजुर्ग आएंगे। आंदोलन की अगुआई युवा करेंगे। अभी वे नेताओं के आदेश के इंतजार में हैं। निर्देश मिलते ही बैरिकेडिंग तोड़ी जाएगी।
खेड़ी चौपटा से भी होगा कूच
बबलू मिर्चपुर ने बताया कि हिसार के खेड़ी चौपटा में किसानों का मोर्चा लगा है। वहां से भी किसान साढ़े 11 बजे कूच करेंगे। ये किसान उचाना होते हुए बॉर्डर पर आएंगे। आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए बोरियां पानी से गीली की गई हैं। किसानों का कहना है कि वह किसी भी कीमत पर अब पीछे नहीं हटेंगे। हाईवे से होते हुए ही दिल्ली जाएंगे।दूसरी तरफ जींद-पटियाला हाईवे पर किसानों ने उचाना में भी पक्का मोर्चा शुरू कर दिया है। पंजाब के किसानों को हर मदद का ऐलान किया गया है। खटकड़ टोल प्लाजा को भी वाहनों के लिए फ्री किया जा चुका है। किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि बुधवार को 11 बजे किसान दिल्ली कूच करेंगे।
कल से बढ़ रही किसानों की भीड़
खनौरी-दातासिंहवाला बॉर्डर पर पंजाब की सीमा में मंगलवार से ही किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। यहां पुलिस और किसानों के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है। पंजाब के किसानों के साथ-साथ बड़ी संख्या में हरियाणा के किसान भी मौजूद हैं।
किसान-पुलिस फिर आमने-सामने
बुधवार को किसान नेताओं के दिल्ली कूच के आह्वान को देखते हुए दातासिंहवाला बॉर्डर पर एक बार फिर किसान और पुलिस प्रशासन आमने-सामने होंगे। जिला पुलिस प्रशासन ने किसानों को बॉर्डर से आगे न बढ़ने देने के लिए बॉर्डर पर कंकरीट के साथ कई लेयर की बैरिकेडिंग की हुई है।
कई स्थानों पर रोकने की तैयारी
बॉर्डर के अलावा उझाना व नरवाना की सिरसा ब्रांच नहर पर भी बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इससे पूर्व 13 और 14 फरवरी को किसानों ने जब बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश की थी तो पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया था। आंसू गैस के गोले छोड़ कर और प्लास्टिक की गोलियां दाग कर किसानों को पंजाब की सीमा में ही रहने को मजबूर किया था।इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष भी हुआ। कई पुलिस के जवान व किसान घायल हुए। उसके बाद 6 दिनों से बॉर्डर पर हालात सामान्य थे, और पंजाब की सीमा में ही किसान एकत्रित होकर बैठे थे।
उचाना में किसानों का पक्का मोर्चा
जींद जिले के उचाना में तहसील के सामने बुधवार को पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। किसान नेता आजाद पालवां ने बताया कि शाम 4 बजे से नेशनल हाईवे के किनारे पक्का मोर्चा लगाया जाएगा, जो दिन-रात चलेगा। उनकी मांग है कि प्रशासन द्वारा जो बैरिकेडिंग लगा कर सड़कों को ब्लॉक किया गया है, उन्हें तुरंत खोला जाए। इंटरनेट बहाल किया जाए, गिरफ्तार किए गए किसान नेता रिहा किए जाएं।