सरकार ब्राह्मणों की जमीन वापिस करे वरना हम फरसे के दम पर कब्जा लेंगे
रोहतक के गांव पहरावर में ब्राह्मणों की जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे पंडित नवीन जयहिंद ने सभी पत्रकारों समेत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा प्रदेश के सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसदों तथा विधायकों को 22 मई को पहरावर में होने वाली परशुराम जयंती में पहुंचने का न्यौता दिया।

फरीदाबाद । रोहतक के गांव पहरावर में ब्राह्मणों की जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे पंडित नवीन जयहिंद ने सभी पत्रकारों समेत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा प्रदेश के सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसदों तथा विधायकों को 22 मई को पहरावर में होने वाली परशुराम जयंती में पहुंचने का न्यौता दिया।
आज यहां फरीदाबाद में पत्रकारों से बातचीत में जयहिन्द ने कहा उस जमीन पर स्कूल, कॉलेज व अस्पताल बनाए जाएंगे जिसमे सभी छत्तीस बिरादरी के बच्चे पढ़ेंगे व सबका इलाज होगा। अगर मुख्यमंत्री परशुराम जयंती में ब्राह्मणों की जमीन वापसी का लैटर लेकर आते है तो हम उनका स्वागत करेंगे लेकिन अगर मुख्यमंत्री जी ऐसा नहीं करते है तो उनका जयंती में आने का कोई औचित्य नहीं है। जयहिन्द ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से अपील करते हुए कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री जी भी जयंती में पहुंच कर ब्राह्मणों की जमीन ब्राह्मणों को वापिस दिलाने की बात पर व जमीन पर स्कूल, हॉस्पिटल, स्टेडियम बनने वाली बात से सहमत होते है तो उनका भी स्वागत है अन्यथा उनका भी जयंती में पहुंचने का कोई मतलब नहीं।
जयहिन्द ने बताया ब्राह्मण एक मर्द कौम है मुर्दा नही। यह धर्मयुद्ध की शुरुआत है जिस प्रकार अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना है उसी प्रकार रोहतक में भी भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनेगा और रविवार 22 मई को रोहतक में उसी जमीन पर परशुराम जयंती मनाई जाएगी। उस जमीन पर स्कूल, कॉलेज व हॉस्पिटल बनाये जाएंगे जिसमे सभी बिरादरी के बच्चे पढ़ेंगे व सबका इलाज होगा। साथ ही जयहिन्द ने कहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर परशुराम जयंती में पहुँचकर ब्राह्मणों की जमीन पूरे सम्मान के साथ ब्राह्मणों के हवाले करें अगर मुख्यमंत्री जी ऐसा नही करते है तो ब्राह्मण समाज अपने आप उस जमीन पर कब्जा लेगा। अब सरकार के साथ महाभारत होगी। जयहिन्द ने बेरोजगारी को 37वीं बिरादरी बताते हुए कहा कि इसमें सभी 37 बिरादरियों को न्योता होगा। पूरे हरियाणा से एक हजार एक ब्राह्मण प्रतिनिधि वहां फरसा लेकर पहुंचेंगे व परशुराम जयंती रविवार 22 मई को हर बिरादरी से अपील है के 1 ईंट व 1 फरसा अपने साथ लेकर आएं।
जयहिन्द ने कहा वह जमीन पहरावर (ब्राह्मणों का गांव) की जमीन थी। जो कि गौड़ संस्था को स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल बनाने के लिए दी गयी थी। लेकिन सरकार द्वारा उस जमीन पर कब्जा कर लिया गया। 13 साल हो चुके है जो कि ब्राह्मण समाज के लोग धक्के कहा रहे है लेकिन जमीन नही दे रही सरकार। इस मामले को लेकर कुछ फीस भी ब्राह्मण समाज सरकार को जमा करवा चुका है। और अब वह ब्राह्मणों की जमीन वापिस ब्राह्मणों के देने के लिके ब्राह्मणों से ही आठ करोड़ रुपए मांग रहे है। जयहिन्द ने कहा कि ब्राह्मणों को कमजोर समझने की गलती न करे सरकार, हम आठ करोड़ क्या आठ आने व 1 इंच भी जमीन सरकार को नही देंगे। अगर सरकार ने जमीन की तरफ आंख उठा कर भी देखा तो उसी जमीन में उल्टा लटकाकर गाड़ देंगे सरकार को।