आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्कूल में छात्रों को नशा मुक्ति के प्रति किया जागरूक
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के नशा मुक्ति अभियान के तहत इंचार्ज सतीश कुमार ने अपनी टीम के साथ अग्रवाल स्कूल सेक्टर 3 में छात्रों को नशा के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए जागरूक किया।

फरीदाबाद: आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के नशा मुक्ति अभियान के तहत इंचार्ज सतीश कुमार ने अपनी टीम के साथ अग्रवाल स्कूल सेक्टर 3 में छात्रों को नशा के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए जागरूक किया। इस अवसर पर उनके साथ दुर्गा शक्ति की टीम, 112 की टीम, स्कूल के प्रधानाचार्य रचना भल्ला मौजूद रहे। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने शहर को नशा मुक्त बनाने के लिए चलाए गए नशा मुक्ति अभियान के तहत पुलिस विभिन्न स्थानों पर जाकर कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। जिसमें नागरिकों को नशे, साइबर अपराध, महिला विरुद्ध अपराध, यातायात विषयों के बारे में जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है।
छात्रों को नशे के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे कम उम्र मैं ही गलत संगत में पड़ जाते हैं और वे छोटा मोटा नशा करने लगते हैं। बीड़ी सिगरेट शराब आदि का सेवन करने लगते हैं। नशे की लत लगने पर बच्चे क्राइम का सहारा लेते हैं नशे की पूर्ति के लिए चोरी, स्नैचिंग,लूट जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। जहां से नौजवानों का उल्टा आना मुश्किल हो जाता है। इसीलिए शुरुआत में ही गलत लोगों की संगत से बचें नशा से दूर रहें ताकि आपके घर परिवार की खुशी बनी रहे।नशे की वजह से बहुत सारे घर उजड़ चुके हैं। नशा समाज को अंधकार की तरफ ले जाता है जिसमें डूबा हुआ इंसान अपना सब कुछ गवा देता है और जब तक उसे होश आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए पुलिसकर्मियों द्वारा छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया। जिसमें पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि नशे का सेवन करना न केवल शरीर के लिए हानिकारक बल्कि यह हमारे मस्तिष्क पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालता है। नशे का सेवन से व्यक्ति पैसे के साथ साथ समाज में उसकी छवि खराब हो जाती है जिससे कोई भी व्यक्ति उसे अपने साथ में रखना पसंद नहीं करता। इसलिए आवश्यक है कि मादक पदार्थों से अपनी दूरी बनाकर रखें।
इंचार्ज द्वारा लोगों को नैतिक मूल्यों के बारे में जागरूक करते हुए बताया गया कि शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों का भी हमारे जीवन में बहुत महत्व है। नैतिकता हमें दूसरों के प्रति सम्मान तथा उदारता सिखाती है ताकि आगे चलकर हम समाज को एक ऐसे मुकाम तक ले जाएं जिसमें सभी एक दूसरे का सम्मान करें तथा एक दूसरे के विचारों का आदर करें। इसलिए आवश्यक है कि सभी छात्र इन नैतिक मूल्यों की महत्वता को समझें तथा इसे अपने जीवन में उतारकर एक बेहतर समाज का निर्माण करें।
अंत में पुलिस से संपर्क करने के माध्यमों के बारे में बच्चों को जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि वह किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना 112 पर दे सकते हैं। इसके अलावा नशामुक्ति हेल्पलाइन 9050891508, महिला हेल्पलाइन 1091, साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतें 1930 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए वह 1098 पर संपर्क कर सकते हैं। छात्राओं के मोबाइल में दुर्गा शक्ति एप इंस्टॉल करवाई गई ताकि इमरजेंसी के समय इसके उपयोग से पुलिस को सूचित करके सहायता ली जा सके। लोगों ने पुलिस टीम द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के लिए पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।