प्रॉफिटमार्ट के जरिये छह लाख रूपये का झांसा देने वाला शातिर ठग गिरफ्तार

छह दिनों में रकम दोगुनी होने का झांसा देकर पैसे ऐंठने वाले शातिर जालसाज को दिल्ली से दबोचा गया है

प्रॉफिटमार्ट के जरिये छह लाख रूपये का झांसा देने वाला शातिर ठग गिरफ्तार

प्रॉफिटमार्ट के जरिये छह लाख रूपये का झांसा देने वाला शातिर ठग गिरफ्तार  


भोपाल: छह दिनों में रकम दोगुनी होने का झांसा देकर पैसे ऐंठने वाले शातिर जालसाज को दिल्ली से दबोचा गया है| यह कार्यवाही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राज्य साइबर मुख्यालय ने की हैं| आरोपी ने एक महिला को यह झांसा देकर छह लाख रूपये ऐठ लिए है| राज्य साइबर सेल ने मंगलवार को साइबर ठग 21 साल के अनिमेष दास को दिल्ली के महिपालपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के पास से दो फर्जी सिम, एक स्मार्टफोन समेत फर्जी इंस्टाग्राम पेज से संबंधित स्क्रीनशॉट व नगदी पांच लाख रुपये बरामद किए गए हैं।

आरोपित ने एमबीए की छात्रा को बिटकाइन में निवेश के नाम पर पांच लाख 94 हजार ही रकम जमा करवाई थी। आरोपित ने छात्रा को झांसा दिया था कि वहां उसकी रकम को छह दिन में दोगुना करके उसको वापस कर देगा। छात्रा ने अपनी मां के बचत के रूपये को भी उसके झांसे में आकर ऑनलाइन उसके खाते में जमा कर दिया था। घटना अप्रैल-मई 2021 की है। इस मामले में अप्रैल 2021 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था उसके बाद से पुलिस जांच में लगी हुई थी। अधिकारियों का कहना है कि आरोपित इतना शातिर था कि उसने डार्क वेब पर भुगतान करके द प्रॉफिट मार्ट.01 के नाम से पेज खरीदा था। उसे वह इंटरनेट मीडिया के माध्यम के इंस्टाग्राम पर इस पेज को लाइव कर रहा था। इसी पेज के झांसे में आकर छात्रा फांस गई थी।

साइबर क्राइम के एसपी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि 22 साल की छात्रा बीई करने के बाद एमबीए कर चुकी है। छात्रा के पिता शासकीय अधिकारी है । अप्रैल 2021 को छात्रों ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी पर आरोपित का वह प्रॉफिटमार्ट.01 का पेज प्लीज दिखा और उस पर संपर्क किया और अपना व्हाट्सएप पर नंबर भेजें और बातचीत की। लड़की ने 8 दिन के अंदर आरोपित के झांसे में आकर 10 के 11 किस्त में आरोपित के बताएं ऑनलाइन खातों में राशि को जमा कर दी। इस दौरान छात्रा बार-बार उससे रकम वापस करने की मांग करती रही लेकिन आरोपित में उसके नंबर को ब्लॉक कर सारे संपर्क खत्म कर दिए।

2021 को पीड़िता ने साइबर सेल में आकर शिकायत की पुलिस ने फिर दर्ज कर मामले को जांच में लिया। डार्क वेब से आरोपित के मोबाइल नंबर और सिम के बारे में जानकारी जुटाने में समय लगा। वह हर उपयोग करने के बाद सिम को तोड़ देता था। पुलिस ने उसके मोबाइल लोकेशन का रूप में बनाया वह कभी जयपुर तक अभी दिल्ली में रहता था। लोकेशन निकालकर दिल्ली मैं सुबह के समय महीने भर की लोकेशन ट्रेस की और आरोपित तक पहुंच गई। आरोपित के बारे में और जानकारी बता रही है उससे पूछताछ की जा रही है। अगर क्राइम के अधिकारियों को कहना है कि उसके पास फ़िलहाल तो एमबीए छात्रा की ही शिकायत है, किन आरोपित के बैंक खाते की डिटेल बता रही है कि उसने छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन कभी लोगों के साथ किए हैं उसके आधार पर और जानकारी जुटाई जा रही है।