जब बीच Shooting में विदा हो गए Rishi Kapoor फिर Paresh Rawal ने कैसे निभाया उनका किरदार? भावुक Juhi Chawla ने बताई पूरी कहानी

बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है।

जब बीच Shooting में विदा हो गए Rishi Kapoor फिर Paresh Rawal ने कैसे निभाया उनका किरदार? भावुक Juhi Chawla ने बताई पूरी कहानी
किसी भी फिल्म की कहानी अक्सर उस वक्त अटक जाती है, जब उस फिल्म की टीम का कोई भी साथी मुश्किल में पड़ जाए। कुछ ऐसे ही हालात से फिल्म 'शर्माजी नमकीन' भी दो-चार हुई। दरअसल, कोरोना महामारी पहली लहर के दौरान 30 अप्रैल 2020 को फिल्म के लीड कलाकार दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर उर्फ चिंटू जी इस दुनिया को अलविदा कह गए। महामारी की वजह से कैद पूरे देश के लिए ऋषि कपूर का जाना किसी झटके से कम नहीं था, लेकिन सबसे बड़ा सदमा फिल्म की टीम को लगा। एक बार को तो लगा कि यह फिल्म अब अटक ही जाएगी, लेकिन फिल्म के निर्देशक हितेश भाटिया ने ऋषि कपूर की इस आखिरी फिल्म को हर हाल में पूरा करने का फैसला लिया। पहले बात प्रोस्थेटिक तकनीक की हुई, फिर वीएफएक्स तकनीक का जिक्र हुआ, लेकिन आखिर में अभिनेता परेश रावल को 'शर्माजी नमकीन' के बचे हुए दृश्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। फिल्म की टीम को उनका लीड कलाकार नए रूप में मिल गया था, लेकिन असल मुश्किल का सामना वीणा मनचंदा का किरदार निभा रहीं जूही चावला ने किया। उनके लिए पहले ऋषि कपूर और फिर परेश रावल के साथ शूटिंग करना आसान नहीं था। अमर उजाला ने जूही चावला ने इस मसले पर बात की तो पूरी कहानी सुनाते-सुनाते वह खुद भावुक हो गईं...
1992 से लेकर अब तक आपने अभिनेता ऋषि कपूर के साथ कई फिल्मों में काम किया। 'शर्माजी नमकीन' की शूटिंग के दौरान उनका इस दुनिया को यूं अलविदा कहना और फिर अभिनेता परेश रावल के साथ ऋषि कपूर के अधूरे दृश्यों को फिल्माने का आपका अनुभव कैसा रहा?

चिंटू जी से जलन होती थी - जूही चावला
हंसते-हंसते दिल को छू लेनी वाली फिल्म 'शर्माजी नमकीन' की स्क्रिप्ट पढ़ने के तुरंत बाद ही हमने इसके लिए हां कह दिया था। मजेदार ट्विस्ट के बाद खट्टी-मीठी जिंदगी को दर्शाने वाली इस फिल्म की कहानी सुनकर ही मजा आ गया था। जब इस बात की जानकारी मिली कि इस फिल्म में चिंटू जी (ऋषि कपूर) शर्माजी का किरदार निभाने वाले हैं तो उत्साह और बढ़ गया। हालांकि, बतौर अभिनेता चिंटू जी से जलन भी होने लगी थी, क्योंकि उन्हें फिल्म में अपने जैसा ही खट्टा-मीठा किरदार मिला था। 
अचानक फोन आया कि चिंटू जी...
जब शूटिंग शुरू हुई, तब उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए शूटिंग को बीच में ही रोक दिया गया और वह इलाज के लिए चले गए। हम सब उनका इंतजार कर रहे थे। एक साल बाद जब चिंटू जी ठीक होकर भारत लौटे, तब हमने फिर से शूटिंग शुरू की। दिल्ली में आठ दिन की शूटिंग के बाद मैं ब्रेक लेकर मुंबई आ गई। लेकिन अचानक सेट से फोन आया कि चिंटू जी को ठीक नहीं लग रहा है, इसलिए अभी कुछ दिन के लिए शूटिंग को पोस्टपोन किया जा रहा है।
चिंटू जी नहीं रहे...
उस समय देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे। सरकार ने महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगा दिया था। कुछ समय तक तो हम इसी उम्मीद में बैठे थे कि जल्द ही पाबंदियां हटेंगी, चिंटू जी सेट पर लौटेंगे और हम शूटिंग शुरू करेंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। और कुछ समय बाद कॉल आया कि.....कि चिंटू जी नहीं रहे.....बहुत धक्का लगा। कुछ समय पहले तक तो हम उनके साथ शूट कर रहे थे। उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस को लाइव देख रहे थे। ...और अचानक से वह हम सबको अकेला छोड़कर चले गए।