हिन्दुस्तान तहलका / संवाददाता
फरीदाबाद – बिजली निगम मेनेजमेंट द्वारा एक एसडीओ के निलंबन और एक एक्शन तथा चार एसडीओ को चार्जशीट करने का मामला तूल पकड़ गया है। बिजली कर्मचारियों के प्रमुख संगठन ऑल हरियाणा पावर कार्पोरेशन वर्कर यूनियन के मेनेजमेंट द्वारा निजी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय अधिकारियों एवं कर्मियों को निलंबित व चार्जशीट करने के फैसले का कड़ा विरोध किया है और उक्त कार्यवाहियों को वापस लेने की मांग की। यह मांग ऑल हरियाणा पावर कार्पोरेशन वर्कर यूनियन की सर्कल कार्यकारिणी की सर्कल सचिव कृष्ण कुमार कालीरमन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में की गई। बैठक में ईईएफआई व एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, यूनिट कमेटी के नेता रामकेश साहरण, धर्मेंद्र तेवतिया, गिरीश राजपूत, करतार सिंह, देवेन्द्र त्यागी, दिनेश शर्मा, सुरेन्द्र खटकड़ व भूप सिंह आदि मौजूद थे। बैठक में 2 मार्च को ओल्ड फरीदाबाद,15 मार्च को बल्लभगढ़,16 मार्च को एनआईटी व 23 मार्च को ग्रेटर फरीदाबाद यूनिट के सम्मेलन आयोजित करने का फैसला लिया है। बैठक में 30 मार्च को फरीदाबाद सर्कल का प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित करने का फैसला लिया गया। इन सम्मेलनों में मेनेजमेंट द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के किए जा रहे उत्पीड़न के मामले को प्रमुखता से उठाने का फैसला लिया गया। नेताओं ने बताया कि फरीदाबाद सर्कल में 1482 पद रिक्त हैं। इसके बावजूद बिजली कर्मचारी एवं अधिकारी मेनेजमेंट के द्वारा निर्धारित पैरामीटर को पूरा करने में जी जान से जुटे हुए हैं। इसके बाद भी मेनेजमेंट पीठ थपथपाने की बजाय उनको हतोत्साहित करने के लिए निलंबन एवं चार्जशीट करने की कार्यवाही कर रही है। इसका डटकर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिजली मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू नहीं किया जा रहा है। कौशल रोजगार निगम को भंग कर ठेका कर्मचारियों को पक्का करने, समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, पुरानी पेंशन बहाली, चिरायु योजना के तहत ठेका कर्मचारियों के हैल्थ कार्ड बनाने, निजीकरण पर रोक आदि मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है।