हिंदुस्तान तहलका / प्रशान्त कौशिक
घरौंडा – सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व अपने कार्यों की निष्पक्षता से जांच करवाते हुए न्याय मिलने के लिए ने आरटीआई व सीएम विंडो के दरवाजे आम जनता के लिए खोले हैं। लेकिन सरकारी विभाग सरकार की कार्रवाई से बेखौफ किस प्रकार से सीएम विंडो के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण जिला करनाल का कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज का प्रशासन है। वैसे तो जिले का कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भ्रष्टाचार अपनी खामियों को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहता है।
लेकिन यहां का प्रशासन सीएम विंडो की जाँच की कार्रवाई करने में किस प्रकार की लापरवाही बरती है। इसका एक जीता जागता उदाहरण गांव स्टोनड़ी के पवन कुमार की शिकायत है। शिकायतकर्ता पवन कुमार ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से काॅलेज में हो रहे भ्रष्टाचार व इसकी भेंट चढ़ रहे मानव जीवन के हितार्थ दवाइयों की स्ट्रेंथ की न्यूनता व रूई के वजन कम पाए जाने की जांच की कार्यवाही हेतु संलिप्त अधिकारियों पर कार्यवाही करने के लिए 21 जून, 2023 को शिकायत सीएम विंडो के माध्यम से दर्ज की थी। जोकि अप्रैल व मई मास में समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हो चुकी है।
लेकिन केसीजीएमसी करनाल के अधिकारियों ने लगभग 4 महीने बाद शिकायतकर्ता को अक्तूबर, 2023 में शिकायत निवार्ण करने हेतु सुनवाई पर बुलाया गया। सुनवाई के दौरान सीएम विण्डो नोडल अधिकारी विक्रांत चौहान ने शिकायतकर्ता को किसी भी प्रकार की किसी भी जांच कमेटी की रिपोर्ट नहीं दिखाई और न ही किसी कार्यवाही की कोई प्रति उपलब्ध कराई।
सीएम विण्डो चण्डीगढ़ के अधिकारियों द्वारा अब तक कई बार केसीजीएमसी के अधिकारियों को रिमाइण्डर डाला जा रहा है लेकिन केसीजीएमसी के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता की सुनवाई करने के बाद भी आज तक कोई भी रिपोर्ट सीएम विण्डों पर अपलोड नहीं की है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी सुनवाई के दौरान शिकायत अनुसार मैडिकल विभाग चण्डीगढ़ के अधिकारियों से जांच करवाने के लिए भी लिखकर नोडल अधिकारी विक्रांत चौहान को दे दिया था।
फिर भी उनके द्वारा सीएम विण्डो पर रिपोर्ट पेश न करना संदेहात्मक है। उनका कहना है कि सीएम विण्डो पर केसीजीएमसी के अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के कारण ही कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर रहे। ऐसा करके वे सीएम विण्डो को ठेंगा दिखा रहे हैं, उन्हें सीएमओ चण्डीगढ़ का कोई भय नहीं है। केसीजीएमसी के अधिकारी सीएमओ के अधिकारियों की तोहीन कर मनमानी कर रहे हैं और सीएम विण्डो अधिकारियों द्वारा सख्त एक्शन न लिया जाना यही साबित करता है कि कहीं ना कहीं वो भी इस सब में भागीदार है और सीएम विण्डो को सफेद हाथी बना रहे हैं। उन्होंने सीधे तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले में निष्पक्षता से जांच करवाते हुए उनके द्वारा लगाई गई सीएम विंडो पर कार्रवाई करवा भ्र्स्ट अधिकारियों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई करने की मांग की है ताकि आम लोगों का विश्वास सीएम विंडो पर बना रहे।