⇒ निलंबित दरोगा को बहाल करने की रखी मांग
⇒ दिल्ली में नमाजियों के साथ की थी अभद्रता
हिंदुस्तान तहलका / सत्यवीर सिंह
अलीगढ़ – दिल्ली में नमाजियों के साथ अभद्रता करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। एक पक्ष लगातार आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है तो दूसरा पक्ष उसके समर्थन में हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को यूपी के अलीगढ़ में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने एसीएम से मिलकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा और निलंबित दरोगा को बहाल करने की मांग की। एसीएम (ACM) के आश्वासन पर उन्होंने प्रदर्शन खत्म किया।
पिछले दिनों एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था। जिसमें कुछ नमाजी दिल्ली की प्रमुख सड़क पर खुलेआम नमाज पढ़ रहे थे। उनकी नमाज के कारण यातायात बाधित हो रहा था। जिसके बाद पुलिस उन्हें हटाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वह हट नहीं रहे थे। इस दौरान नमाजियों को वहां से हटाने का प्रयास कर रहे एक दरोगा ने नमाजियों को लात मारी थी। नमाजियों को लात मारने का यह वीडियो जमकर वायरल हुआ था और इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। जिसके बाद आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया गया था और उसे न्यायालय में भी पेश किया गया था।
अल्पसंख्यक का दर्जा खत्म हो
हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष संजीव गौड़ (District President Sanjeev Gaur) ने बताया कि 8 मार्च को सराय रोहिल्ला थाना दिल्ली में समुदाय विशेष के लोग सड़क पर जानबूझ कर नमाज पढ़ रहे थे। दरोगा मनोज तोमर अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उन्हें पुरस्कृत करने के बजाय उन्हें निलंबित कर दिया गया। जिलाध्यक्ष का कहना था कि समुदाय विशेष की देश में 6 लाख मस्जिदें हैं। अब अगर नमाज पढ़ने के लिए यह मस्जिदें भी कम पड़ रही हैं, तो इसका मतलब है कि उनकी तादाद हद से ज्यादा बढ़ च़ुकी है। ऐसे में इस समुदाय का अल्प संख्यक का दर्जा भी समाप्त करना चाहिए। इन्हीं मांगों को लेकर उन्होंने एसीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।