– समाज में समरसता लाने का काम कर रहा है गुर्जर महोत्सव
– सूरजकुंड में गुर्जर महोत्सव का उद्घाटन करेंगे मंत्री राजेश नागर
तहलका जज्बा / दीपा राणा
फरीदाबाद। गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट द्वारा 23 से 25 दिसंबर को सूरजकुंड मेला ग्राउंड में गुर्जर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के पोस्टर का विमोचन हरियाणा सरकार में मंत्री राजेश नागर ने अपने निवास पर किया।इस अवसर पर राजेश नागर ने कहा कि गुर्जर महोत्सव समाज में समरसता लाने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में गुर्जर संस्कृति, कला और विरासत का प्रदर्शन होगा, जिसमें दिल्ली एनसीआर सहित देश-विदेश से बड़ी संख्या में बिरादरी के लोग शामिल होंगे, वहीं अन्य बिरादरी के लोग भी गुर्जर संस्कृति को देखने का अवसर प्राप्त करेंगे।
मंत्री राजेश नागर ने कहा कि गुर्जर महोत्सव का आयोजन एक विशिष्ट उत्सव है जिसके जरिए एक समृद्ध संस्कृति को एक स्थान पर प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। वहीं आपसी मेलजोल एवं भाईचारा भी बढ़ रहा है। उन्होंने आयोजनों का धन्यवाद किया कि इतने बड़े श्रेष्ठ आयोजन को वह कर रहे हैं। मंत्री राजेश नागर ने आयोजकों द्वारा इच्छा जताये जाने पर महोत्सव के उद्घाटन की भी मंजूरी दी है।
मंत्री नागर ने कहा कि पिछले 2 साल से आयोजित हो रहे गुर्जर महोत्सव ने समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है, जिसमें हम समाज के साथ हैं। उन्होंने बताया कि किसी निजी संस्था द्वारा इतने बड़े स्तर पर किया जाने वाला यह दिल्ली एनसीआर का शायद सबसे बड़ा कार्यक्रम है, जिसमें सभी लोग अपने राजनीतिक विचारधाराओं को अलग रखकर शामिल होते हैं। इस अवसर पर गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिवाकर बिधूड़ी ने बताया कि 23, 24 एवं 25 दिसंबर को सूरजकुंड मेला ग्राउंड में आयोजित होने वाले गुर्जर महोत्सव में बड़ी दूर-दूर से समाज के कलाकार, हस्तशिल्प, हथकरघा के कारीगर, विद्वान, फिल्म, टीवी, मीडिया एवं मनोरंजन जगत की हस्तियां शामिल होंगी। जिन्हें एक स्थान पर देखने का अवसर सभी को प्राप्त होगा। हम इसके लिए समाज के हर व्यक्ति तक जाने का प्रयास कर रहे हैं और हर वर्ष का महोत्सव पिछले वर्ष के महोत्सव से विशाल होता जा रहा है। यह सब समाज की एकता की मिसाल है।
इस अवसर पर रणबीर चंदीला, ज्ञानचंद भड़ाना, निरंजन नागर, रामफूल भाटी, जीत सिंह दायमा, हकीम चंद सरदाना, राजबाला सरदाना, निशा बिधूड़ी, रामकुमार, सुरेश चंद्र बिधूड़ी, रणदीप चौहान, रवि नागर, सुंदर कसाना, एडवोकेट विनोद बिधूड़ी आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।