Friday, January 31, 2025
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राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुख्यमंत्री नायब सिंह व उनकी धर्मपत्नी सुमन सैनी ने की शिष्टाचार भेंट

– मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 3882 परिवारों के खातों में जारी किये 144.73 करोड़ की राशि

नितिन गुप्ता,मुख्य संपादक
तहलका जज्बा / चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना (दयालु-I) के तहत 3,882 लाभार्थियों के बैंक खातों में 144.73 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। अंत्योदय परिवारों को सामाजिक-वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु या स्थायी विकलांगता के कारण वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे लोगों को सहायता प्रदान करना है। आज यहां यह जानकारी साझा करते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस पहल  के तहत योजना की शुरुआत से अब तक पोर्टल के माध्यम से आवेदन करने वाले 20,399 पात्र परिवारों को 1 अप्रैल 2023 से 30 जून 2024 तक 763.69 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। यह राशि भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) प्लेटफॉर्म के माध्यम से सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में स्थानांतरित की जा रही है।
प्रवक्ता ने कि दयालु-I योजना उन परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम है, जैसा कि परिवार सूचना डेटा रिपोजिटरी (एफआईडीआर) के माध्यम से सत्यापित किया गया है। यह सहायता किसी भी परिवार के सदस्य की प्राकृतिक या आकस्मिक मृत्यु, या दुर्घटना के कारण स्थायी विकलांगता की स्थिति में दी जाती है। इस योजना के लिए पात्र परिवारों के पास परिवार आईडी/परिवार पहचान पत्र होना चाहिए। उन्होंने बताया कि दयालु-I योजना का लक्ष्य हरियाणा के पात्र परिवारों को, विशेषकर असामयिक मृत्यु या विकलांगता के मामलों में समय पर वित्तीय सहायता प्रदान कर सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।  

गांवों में जलापूर्ति बढ़ाने के लिए साइफन व क्रॉस रेगुलेटर के पुनर्निर्माण हेतु 147.88 लाख मंजूर

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बनारसी डिस्ट्रीब्यूटरी में साइफन और क्रॉस रेगुलेटर के पुनर्निर्माण के लिए 147.88 लाख रुपये मंजूर किए हैं। सरकार द्वारा उठाये गए इस कदम का उद्देश्य जल प्रवाह में लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को हल करना और क्षेत्र के कई गांवों को लाभ पहुंचाना है। इस परियोजना से गांव खानपुर, हेबटका, मरोदा, कोरा बास, झिमरावत, मरोदा बास, बसी, पुथली, जलालपुर, फिरोजपुर दहर, इमामनगर, मोहम्मद सरल अकलीमपुर, बुखारका, भादस, करहेड़ी, करकेरा, जेतका अकलीमपुर, राजाका, उलेटा, घागस, नोटकी, नगीना आदि को लाभ मिलेगा।

आरडी 15750 पर साइफन के संकरे मुंह के कारण, बहता हुआ मलबा अक्सर फंस जाता है, जिससे नहर में पानी भर जाता है और पंप हाउस तक पानी नहीं पहुंच पाता। इससे नहर के अंतिम छोर तक पानी की आपूर्ति भी बाधित होती है, जिससे निचले इलाकों के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। साइफन के पुनर्निर्माण से यह बाधा दूर होगी, जिससे जल प्रवाह समुचित ढंग से होगा और पानी की बर्बादी रुकेगी। इसके अतिरिक्त, बनारसी डिस्ट्रीब्यूटरी के आरडी 47650 पर एक क्रॉस रेगुलेटर की आवश्यकता है ताकि शादीपुर माइनर में जल स्तर बढ़ाया जा सके। इस व्यवस्था से पानी शादीपुर माइनर के अंतिम छोर के गांवों तक पहुंच सकेगा, जिससे इन क्षेत्रों में सिंचाई की जरूरतें पूरी होंगी।

साइफन के पुनर्निर्माण की अनुमानित लागत 48.07 लाख है, जबकि क्रॉस रेगुलेटर के निर्माण पर 99.81 लाख खर्च होने का अनुमान है। साथ में, ये परियोजनाएं  समान जल वितरण के साथ किसानों को  राहत प्रदान करेंगी, और पूरे क्षेत्र में कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देंगी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य अंतिम छोर के क्षेत्रों में जलापूर्ति उपलब्ध कराना है, जिससे हजारों लोगों को सीधा लाभ होगा। इससे न केवल लंबे समय से चली आ रही सिंचाई संबंधी समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि गांवों में फसल की पैदावार बढ़ेगी।

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