Saturday, July 27, 2024
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Homeदिल्ली NCRफरीदाबादपरंपरागत ढंग से मनाया गया बसंत पंचमी का पर्व

परंपरागत ढंग से मनाया गया बसंत पंचमी का पर्व

हिन्दुस्तान तहलका / संवाददाता

फरीदाबाद – सैक्टर 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में बुधवार आज विद्यालय परिसर में पूरी श्रद्धा एवं परम्परा के साथ बंसत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान, उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान, एकेडमिक एंड एक्सिलेंस हेड, मुक्ता सचदेव ने माता सरस्वती की पूजा की। तदुपरांत विद्यालय के सभी अध्यापकगण सरस्वती पूजन में शामिल हुए और माँ सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया। विद्यालय की संगीत अध्यापिका गुरमीत ने भजन भी प्रस्तुत किया। देवी सरस्वती के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई और बताया गया कि देवी सरस्वती ज्ञान व विद्या की देवी हैंए सभी के लिए देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करना आवश्यक हैए शिक्षा एवं ज्ञान से ही मनुष्य अपने जीवन में उच्च शिखर तक पहुंच पाता है।

सरस्वती जी अपने भक्तों के जीवन का अंधकार दूर करके उन्हें प्रकाश की ओर ले जाती है। देवी सरस्वती को विद्याए संगीत और समस्त कलाओं की देवी कहा गया है। वह संगीत शास्त्र की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैंए तालए लयए स्वरए रागिनी इत्यादि इन्हीं की कृपा से प्राप्त होती हैंए माना जाता है कि संसार में जितनी भी कलाएँ हैं उनकी कृपा से ही सिद्ध होते हैं। उनके हाथों में वीणा इसी ओर इंगित करती है कि उन्हें वीणा अत्यधिक प्रिय हैए इसीलिए उन्हें वीणावादिनी भी कहा जाता है।

इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को अपने कर्मों के प्रति सचेत रहना चाहिएए हमारे कर्म धर्म के अनुसार होए यदि हम अपने कार्यए धर्म के अनुसार करते हैंए तो हम अवश्य ही सफलता प्राप्त करते हैं और यदि कभी असफल भी होते हैं तो हमें घबराना नहीं चाहिए। असफलता ही सफलता की सीढ़ी होती हैए हमें अपनी असफलताओं से भी सीखना चाहिए कि कहां कमी रह गई। उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान एवं एकेडमिक एंड एक्सिलेंस हेड मुक्ता सचदेव ने सभी छात्रों एवं अध्यापकों को बंसत पंचमी की शुभकामनाएंँ भी दी।

इस अवसर पर हेड ऑफ स्पेशल प्रोग्राम एंड ट्रेनिंग जयवीर सिंह भी उपस्थित रहे और उन्होंने भी कहा कि मनुष्य के कर्मों का प्रभाव उसके साथ साथ परिवार पर भी पड़ता हैए इसलिए हमें बहुत सोच समझकर कार्य करने चाहिए।

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