Wednesday, July 16, 2025
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फरीदाबाद में कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद, 1500 पुलिसकर्मी तैनात, 25 नाके, ड्रोन से निगरानी

हिंदुस्तान तहलका / विष्णु हरि पाठक

फरीदाबाद

श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में धार्मिक आस्था का माहौल चरम पर है। खासकर शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा इन दिनों पूरे शबाब पर है। फरीदाबाद में भी हर वर्ष की तरह बड़ी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार, ऋषिकेश और नीलकंठ से पवित्र गंगाजल लेकर शहर में प्रवेश करते हैं और शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए फरीदाबाद पुलिस ने इस बार सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर मजबूत किया है।

पुलिस आयुक्त सतेन्द्र कुमार गुप्ता ने शनिवार को अपने कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में तय किया गया कि इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान पूरे शहर में 1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही 25 जगहों पर पुलिस नाके बनाए जाएंगे, जहां संदिग्ध गतिविधियों और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

राष्ट्रीय और स्थानीय मार्गों पर रहेगी विशेष नजर-

कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की आवाजाही मुख्य रूप से तीन मार्गों से होती है — कालिंदी कुंज दिल्ली से एमसीडी टोल होकर आगरा नहर मार्ग, बदरपुर बॉर्डर से आउटर बायपास होते हुए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और बदरपुर बॉर्डर से राष्ट्रीय राजमार्ग। इन सभी रूट्स पर गश्त बढ़ाई गई है और पेट्रोल पंप, शराब के ठेके और शिविर स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।

कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे पर भी स्पेशल पुलिस टीमों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति या अवरोध को तुरंत नियंत्रण में लाया जा सके।

ड्रोन और CCTV से हाईटेक निगरानी-

पुलिस इस बार तकनीक का भी भरपूर उपयोग कर रही है। यात्रा मार्गों और शिविर स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा सके। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों के जरिए पूरे यात्रा मार्ग की हवाई निगरानी की जाएगी, जिससे किसी भी भीड़भाड़, ट्रैफिक जाम या विवाद की स्थिति को तुरंत ट्रैक किया जा सके।

महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा होगी प्राथमिकता-

पुलिस ने महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी है। पैदल चलने वाली महिला भक्तों की सुरक्षा के लिए विशेष महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी यात्रा मार्ग पर और शिविरों में लगाई गई है। यात्रा मार्ग पर हर कुछ दूरी पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, ताकि कोई भी महिला अकेली या असुरक्षित महसूस न करे।

असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी-

पुलिस ने यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने के लिए असामाजिक तत्वों की सूची तैयार की है। सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रहने वाले अपराधियों की निगरानी करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करें।

आपात सेवाएं भी रहेंगी मुस्तैद-

कांवड़ यात्रा मार्ग पर 12 एंबुलेंस, 8 फायर ब्रिगेड और 8 क्रेन को तैनात किया गया है। इसका उद्देश्य है कि किसी भी दुर्घटना, सड़क जाम या मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके। इसके अलावा, सभी थाना क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा गया है।

पुलिस प्रशासन का समन्वय अन्य राज्यों से-

चूंकि फरीदाबाद से सटे हुए जिले और राज्य — जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुरुग्राम और पलवल — से भी कांवड़िए आते हैं, इसलिए फरीदाबाद पुलिस ने इन राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया है। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और नियंत्रण में मदद मिलेगी।

सुरक्षा व्यवस्था की ज़िम्मेदारियाँ-

इस पूरी व्यवस्था के संचालन के लिए डीसीपी ट्रैफिक जयवीर राठी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही तीनों जोन के डीसीपी अपने-अपने क्षेत्रों की सुरक्षा के प्रभारी होंगे। सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे श्रद्धालुओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करें।

कांवड़ यात्रा 23 जुलाई को शिवरात्रि के दिन होगी चरम पर-

गौरतलब है कि इस बार श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू हो चुका है और 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन हजारों कांवड़िए विभिन्न शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने पहुंचेंगे। फरीदाबाद के प्रमुख शिव मंदिरों जैसे पांडव कालीन शिव मंदिर, शिव दुर्गा मंदिर सेक्टर 16 और पल्ला शिव मंदिर आदि में भारी भीड़ की संभावना है। प्रशासन ने इन स्थलों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की योजना बनाई है।

फरीदाबाद पुलिस की यह तैयारी न केवल प्रशासन की सतर्कता का परिचायक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि धार्मिक आयोजन को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से संपन्न कराना उसकी प्राथमिकता है। श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे नियमों का पालन करें, किसी भी परेशानी या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, और मिल-जुलकर इस पावन यात्रा को सफल बनाएं।

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