नौनिहालों को नहीं मिल रहा पोषक आहार
हिंदुस्तान तहलका / राकेश वर्मा
नूंह। जहां सरकार बच्चों को कुपोषण मुक्त व शिक्षित करने लिए हर वर्ष लाखों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन नूंह जिले में सिर्फ कागजी आंकड़ों में सिमट कर रह गई हैं। यहां बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। तो वही विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ऑफिस में बैठें-बैठें केवल कागजी आंकड़ों को उपर दिखा अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं। वे कभी आंगनवाड़ी सेंटरों पर जांच करने नहीं जातें कि वहां क्या चल रहा है। सेंटर खुला हैं कि बंद ही रहता हैं, जिसके चलते जमीन धरातल पर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं आम जनमानस तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है। मामला नूंह खण्ड के ग्राम पंचायत जयसिंहपुर हैं।
जहां आंगनवाड़ी केन्द्र कभी कभार खुलता हैं, जिसके चलते यहां आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चे नहीं पढ़ पाते। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते बच्चों को पुष्टाहार भी नहीं मिल पा रहा है। इससे वह कुपोषण के शिकार भी हो रहे हैं। यह आंगनवाड़ी केंद्र सिर्फ कागजों में चलता हैं। कुछ ग्रामीणों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि आए दिन आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहते हैं। आंगनवाड़ी केंद्र नहीं खुलने से हम लोगों को काफी दिक्कत झेलना पड़ता है। जब इस बारे में आंगनवाड़ी सीडीपीओ से बात की तो उन्होंने बताया कि आज आंगनवाड़ी वर्करों की मीटिंग है। इसलिए सभी वर्कर मीटिंग में आई हुई है। मगर सेंटर पर हेल्पर मौजूद है। परन्तु गांव जयसिंहपुर के सेंटरो पर ताला लटका हुआ था। सीडीपीओ ने कहा कि अगर ऐसा है तो इन सभी पर विभाग द्वारा उचित कार्यवाही की जाएगी।