⇒ राज्यपाल ने किया दीक्षांत समारोह की स्मारिका का विमोचन
⇒ बोले राज्यपाल -पूरा विश्वास है कि भारत 2047 तक विश्व गुरु बन जाएगा
हिंदुस्तान तहलका / गीतिका
गुरूग्राम – भारतीय अध्यात्म व गुरूज्ञान परम्परा (Indian spirituality and gurugyan tradition) के महान गुरू ‘‘गुरू द्रोणाचार्य की ऐतिहासिक धरा पर स्थापित गुरूग्राम विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में हरियाणा के महामहिम राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की । इस मौके पर विश्वविद्यालय परिसर के सभागार में आयोजित समारोह में विभिन्न विभागों के 655 विद्यार्थियों को स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधियां दी गईं।
इसमें 2022 बैच के 260 तथा 2023 बैच के 395 विद्यार्थी सम्मिलित हैं। इस मौके पर 46 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल भी प्रदान किए गए। राज्यपाल का यूनिवर्सिटी पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। इस मौके पर राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी परिसर में पौधारोपण भी किया । इस अवसर पर राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह की स्मारिका का भी विमोचन किया। समारोह में गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के चेयरपर्सन डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
जीवन में अनुशासन, विनम्रता और ईमानदारी अपनाए: महामहिम
समारोह में महामहिम ने उपाधि प्राप्त करने वाले युवाओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनांए देते हुए कहा कि युवाओं को अपने उज्ज्वल भविष्य और एक नए समृद्ध भारत के निर्माण के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। राज्यपाल ने पासआउट होने वाले छात्रों से आह्वान किया कि वह अपनी शिक्षा और उनके सामने आने वाले एक नए, उज्ज्वल भविष्य का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने छात्रों से बुलंद होंसलो के साथ सभी तरह की बाधाओं से लड़ने की अपील की। महामहिम ने छात्रों को जीवन में अनुशासन, विनम्रता और ईमानदारी अपनाने की बात कही। राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनें । उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के लिए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार को बधाई दी।
डिग्री कागज का एक पन्ना नहीं: प्रो. दिनेश
इस मौके पर गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि डिग्री कागज का एक पन्ना नहीं है। यह विद्यार्थियों के करियर की दिशा तय करती है। दीक्षांत समारोह जहां एक ओर छात्र जीवन का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है, वहीं दूसरी ओर विश्विद्यालय के लिए उसकी प्रतिष्ठा और गरिमा का वाहक भी है।
यह रहे उपस्थित
इस मौके पर गुरुग्राम विवि. के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार ,सामाजिक कार्यकर्ता पवन जिंदल, डीपी भारद्वाज, डॉ. अशोक दिवाकर, प्रो.रंजना अग्रवाल, जगदीश ग्रोवर, डॉ. राज नेहरू भी उपस्थित रहे।