प्रभावित परिवारों के लिए राहत और पुनर्वास की मांग
हिंदुस्तान तहलका / नरेंद्र सेतिया
सिरसा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने फरीदाबाद के ऐतिहासिक गांव अनंगपुर में की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखकर कार्रवाई को रूकवाते हुए इसकी निष्पक्ष जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन करने और प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास प्रदान करने की मांग की है।
आठवीं शताब्दी के प्रसिद्ध शासक राजा अनंगपाल से जुड़ा है गांव : सैलजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा के फरीदाबाद जिले के ऐतिहासिक अनंगपुर गांव में प्रशासन द्वारा तोड़फोड़ की जा रही है जिसमें सांसद ने तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। कुमारी सैलजा ने पत्र में लिखा है कि अनंगपुर गांव ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका संबंध आठवीं शताब्दी के प्रसिद्ध शासक राजा अनंगपाल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र हरियाणा की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है, जहां आज भी अनेक पुरातात्विक अवशेष मौजूद हैं। कुमारी सैलजा ने इस बात पर गहरी नाराजगी व्यक्त की कि प्रशासन द्वारा चल रही तोड़फोड़ की कार्रवाई से वहां निवास कर रहे सैकड़ों गरीब परिवार, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं, बेहद संकट में हैं। इन्हें बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ा जाना न केवल अमानवीय है, बल्कि संवैधानिक और मानवीय मूल्यों के भी खिलाफ है।
उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए :सैलजा
कुमारी सैलजा ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मांगें की है कि अनंगपुर गांव में तोड़फोड़ की कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोका जाए, इस मामले की निष्पक्ष जांच हेतु एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए और प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास प्रदान किया जाए। सांसद कुमारी सैलजा ने विश्वास व्यक्त किया है कि प्रधानमंत्री इस संवेदनशील मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर न्यायसंगत समाधान सुनिश्चित करेंगे। उधर मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि यह सरकार गरीबों की नहीं, पूंजीपतियों के इशारों पर चल रही है। कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि अरावली की जमीन को पूंजीपतियों को सौंपने की कोशिश की जा रही है। सांसद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने खोरी गांव के मामले में दस्तावेज सत्यापन के बाद ही कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन अनंगपुर में बिना जांच के ही मकानों को तोड़ दिया गया, जो सरासर गलत है। सैलजा ने सरकार से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की।