हिंदुस्तान तहलका / ललित जिंदल
सोहना। विद्यार्थियों को अपनी दिशा खुद तय करनी होगी। जिससे वह उन्नति के शिखर पर पहुंच सकें। तथा देश का नाम रोशन कर सकें। यह कहना है निरंकारी बाबा गुरबचन सिंह मेमोरियल कॉलेज के नवनियुक्त प्रिंसिपल डॉक्टर डीपी सिंह का। करीब 25 वर्षों से शिक्षा क्षेत्र में कार्य कर चुके डॉक्टर डीपी सिंह को प्रशासनिक व शिक्षा क्षेत्र का काफी अनुभव है। इंग्लिश में महारथ हासिल डीपी सिंह ने वर्ष 1999 में शिक्षा क्षेत्र में कदम रखा था। जो अनुशासन को सर्वोपरि मानते हैं। जिनके जीवन का मूल मंत्र भी अनुशासित रहना है। पेश है तहलका जज्बा के संवाददाता ललित जिंदल से नवनियुक्त प्रिंसिपल डॉक्टर डीपी सिंह से की गई बातचीत के प्रमुख अंश
आपने शिक्षा क्षेत्र को ही अपना कैरियर क्यों बनाया।
मेरा बचपन से ही शिक्षण क्षेत्र में अपने का सपना था। जिसके कारण में इंग्लिश विषय में एमए करके पीएचडी की उपाधि ली थी। वर्ष 1999 में शिक्षा क्षेत्र में कदम रखा था। अच्छा शिक्षक अपनी मेहनत से समाज के अंधियारे को दूर करके रोशनी फैलाने का काम बखूबी कर सकता है।
प्रिंसिपल पद मिलने पर कैसा अनुभव होता है।
बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। इस पद पर रह कर कुछ नया करने का विचार है। जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिल सके। मैं पहले से भी ज्यादा ऊर्जावान होकर कार्य करूंगा।
विद्यार्थियों को लाभ के लिए क्या योजनाएं हैं।
विद्यार्थी देश का भविष्य होते हैं। जिनका भविष्य वास्तव में शिक्षकों के हाथों में ही सुरक्षित होता है। प्रशासनिक रूप से समूचे कालेज को अनुशासन में ढाला जाएगा। विद्यार्थियों को आगामी सत्र में पेपर लैस शिक्षा दी जाएगी। बच्चों को कम्प्यूटिकृत शिक्षा दी जाएगी। जिससे विद्यार्थी आसानी शिक्षा हासिल कर सकें।
कॉलेज में आगामी सत्र में क्या नए कोर्स लाने की योजना है।
निरंकारी कॉलेज शिक्षा का उत्कृष्ट संगम है। जिसमें विद्यार्थियों को संस्कारमय शिक्षा दी जाती है। काफी संख्या में विद्यार्थी उच्च पदों पर विराजमान हैं। कॉलेज प्रशासन आगामी सत्र में बीएससी कम्प्यूटर साइंस व डिजिटल मार्केटिंग के रोजगार परक कोर्स लाने के लिए प्रतिबद्ध है। ताकि विद्यार्थियों को रोजगार आसानी से मिल सके।
निरंकारी कॉलेज किस ग्रेड में आता है।
निरंकारी कॉलेज बी ग्रेड के तहत आता है। जिसका निरीक्षण पांच वर्षों में बेंगलूरु नेक की टीम द्वारा किया जाता है। मेरा प्रयास है कि अब की बार कॉलेज को ए प्लस ग्रेड मिले। जिसके लिए प्रयास किये जायेंगे।
विद्यार्थियों को क्या संदेश देना चाहते हैं।
विद्यार्थी देश का उज्ज्वल भविष्य होते हैं। जिनको इस प्रतिस्पर्धा में काफी मेहनत करनी होगी। जिससे वह अपने जीवन की दिशा तय कर सकें।