-कोहिनूर मंच पर जादू बिखेर रहे थे बॉलीवुड सिंगर बी प्राक, बाहर पुलिस ने भीड़ पर भांजी लाठियां
हिंदुस्तान तहलका / ब्यूरो
अलीगढ़ – तेरा मिलना भी जन्नत है, सारी दुनिया भुला देंगे, हो दिल तोड़ के हंसती हो मेरा जैसे गानों पर अलीगढ़ वासी झूम उठे। मौका था अलीगढ़ महोत्सव के कोहिनूर मंच पर सजी बॉलीवुड नाइट का। बॉलीवुड नाइट में सिंगर बी. प्राक ने अपने सुरों का जादू बिखेरा और सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कोहिनूर मंच पर सभी को पास के जरिए एंट्री दी गई। जिसके बाद अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। फिर बॉलीवुड सिंगर बीप्राक ने मंच पर आकर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी और सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। एक ओर युवा उनके सुरों के जादू के दीवाने थे, तो वहीं दूसरी ओर अतिथि और अधिकारी भी बीप्राक के गीतों पर झूमते नजर आए।
क्रिकेटर रिंकू सिंह भी रहे मौजूद
कोहिनूर मंच की बीप्राक नाइट में मुख्य अतिथि के तौर पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह मौजूद रहे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर इंडियन क्रिकेटर रिंकू सिंह भी मौजूद थे। दोनों अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की, जिसके बाद सुरों की महफिल शुरू हुई।
युवाओं में दिखी जबरदस्त दीवानगी
सिंगर बीप्राक के लिए युवाओं में जबरदस्त दीवानगी देखने को मिली। बीप्राक को सुनने के लिए बच्चे और युवा हजारों की संख्या में नुमाइश मैदान पहुंच गए और सभी कोहिनूर मंच के अंदर जाना चाहते थे। जिन्हें अंदर जाने का मौका नहीं मिला, वह बाहर ही रुककर एलसीडी पर बीप्राक के गीतों का आनंद लेते रहे। सोमवार रात को देर रात तक सुरों का जादू चलता रहा और लोग झूमते रहे।
युवाओं ने तोड़ी कुर्सियां, फिर चली लाठी
बीप्राक की दीवानगी ऐसी थी कि हर कोई उसे लाइव सुनना चाहता था। कार्यक्रम के लिए प्रशासन की ओर से पास जारी किए गए थे और पास के जरिए ही कार्यक्रम में एंट्री थी। लेकिन बीप्राक को सुनने के लिए क्षमता से ज्यादा लोग नुमाइश में पहुंच गए और अंदर जाना चाहते थे। भीड़ को काबू करने के लिए युवा लगातार अंदर जाना चाह रहे थे और पुलिस से भी भिड़ रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और लाठी चलाकर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान गुस्साए युवाओं ने कुर्सियां उठाकर फेंकनी शुरू कर दी और जमकर तोड़फोड़ भी की।फोटो यूपी -03
VIP पास के बाद भी नहीं मिली एंट्री
बॉलीवुड नाइड के लिए क्षमता से ज्यादा भीड़ पहुंच गई थी। ऐसे में हर कोई अंदर जाना चाहता था। जोश व हुल्लड़ के बीच कई बार पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। जब भीड़ ज्यादा हो गई तो पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान भगदड़ मच गई और लोग तितर बितर हो गए। कई लोग ऐसे भी थे, जिनके पास कार्यक्रम के वीआईपी पास थे और इसके बाद भी वह कार्यक्रम के अंदर नहीं जा पाए। अफसरों को भी धक्का-मुक्की और पुलिस की सख्ती के चलते कार्यक्रम में एंट्री नहीं मिल सकी। वह प्रशासन और पुलिस को इसका दोषी बताते रहे।