– वर्ष 2024 में किए यातायात नियम तोडऩे से संबंधित किए गए 5759 चालान
तहलका जज्बा / संवाददाता
पलवल। डीसी डा.हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि सडक़ सुरक्षा एक अहम मुद्दा है और धुंध व सर्दी में इसकी आवश्यकता और बढ़ जाती है। सडक़ दुर्घटनाओं को कम करने के लिए विभागों के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाएं रोकने के लिए संबंधित विभागों को आपसी तालमेल व गंभीरता से कार्य करते हुए प्रभावी कदम उठाएं। उपायुक्त डा.हरीश कुमार वशिष्ठ शुक्रवार को सडक़ सुरक्षा एवं सुरक्षित वाहन पॉलिसी से संबंधित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने वाले वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाही करते हुए उनके चालान किए जाएं। उन्होंने कहा कि धुंध के मद्देनजर निर्धारित स्थानों पर साइन बोर्ड के साथ-साथ रिफलेक्टर लाइट व मार्किंग करवाएं। उन्होंने कहा कि जिला में सडक़ दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में विभाग अपने स्तर पर निर्धारित कार्यों को समय पर पूरा करें। सडक़ दुर्घटना की संभावित लोकेशन की पहचान करें व उक्त स्थानों पर भविष्य में सडक़ दुर्घटनाएं घटित ना हों इस दिशा में ठोस व प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीसी ने कहा कि ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों के चालान काटे जाएं। उन्होंने कहा कि ओवर स्पीड, मोबाइल यूज, ड्रंकन ड्राइव, सीट बेल्ट आदि से संबंधित चालान अधिक से अधिक किया जाए ताकि आमजन सडक़ सुरक्षा से संबंधित नियमों का गंभीरता से पालन करें। डीसी ने बताया कि पुलिस प्रशासन व जिला परिवहन विभाग की ओर से जिला में यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों सहित सडक़ों पर अवैध रूप से खड़े वाहनों, नंबर प्लेट, बिना हेलमेट, गलत दिशा में वाहन चलाने वाले चालकों व अन्य यातायात ऑफेंस से संबंधित चालान किए गए। वर्ष 2024 में बिना हेलमेट के 80, पिलियन राइडर बिना हेलमेट के 2, बिना सीट बेल्ट के 22, रांग पार्किंग के 1074, रॉन्ग साइड ड्राइविंग के 389, ड्रंकन ड्राइव के 8 चालान, अन्य यातायात ऑफिस से संबंधित 4184 चालान सहित कुल 5759 चालान किए गए। संबंधित विभाग द्वारा नवंबर 2024 के दौरान 700 चालान करते हुए 2419500 रुपए का राजस्व एकत्रित किया गया तथा 3044700 रुपए का राजस्व प्राप्त करने के लिए कार्यवाही जारी है।
उपायुक्त ने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने स्कूल संचालकों/प्रबंधकों स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के साथ किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। स्कूल संचालकों को सरकार द्वारा तय मानकों को पूरा करने वाली स्कूल बसों का ही संचालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल वाहनों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश जारी कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल संचालक स्कूल वाहनों की फिटनेस को अपडेट रखें व ड्राइवरों का समय-समय पर मेडिकल करवाएं। स्कूल संचालक या प्रबंधक अपने सभी वाहनों के सुरक्षित स्कूल वाहन नीति की शत-प्रतिशत अनुपालना का शपथ पत्र प्रशासन को देंगे। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरा, स्पीड गवर्नर, फस्र्ट एड बॉक्स, जीपीएस सिस्टम, प्रशिक्षित चालक, परिचालक आदि सभी मानकों पर खरा उतरने वाली स्कूल वाहनों को जिला की सड़कों पर चलने की स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को प्रतिदिन प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा शपथ दिलवाने के भी निर्देश दिए। आरटीए एवं सीआईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार ने बैठक में पीपीटी के माध्यम से संबंधित आंकड़ों व विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। ये रहे मौजद। बैठक में पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन, एडीसी अखिल पिलानी, एसडीएम पलवल ज्योति, एसीयूटी अंकिता, सीईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार, नगराधीश अप्रतिम सिंह सहित सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्य व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।