– परिजनों ने पुलिस पर तीसरी मंजिल से फेंकने का आरोप
– मध्य प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली आरोपों के घेरे में
तहलका जज्बा / ललित जिंदल
सोहना। कस्बे में न एक साइबर आरोपी की मौत को लेकर मध्य प्रदेश एटीएस पुलिस पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। मृतक के परिजनों ने एटीएस पुलिस पर साइबर आरोपी को तीसरी मंजिल से फेंक कर हत्या का आरोप जड़ दिया है। जिससे मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक आरोपी का गुरुग्राम में डॉक्टरों की बोर्ड टीम द्वारा पोस्टमार्टम करा दिया गया है। बुधवार को साइबर ठगी के आरोपी हिमांशु की मौत की खबर मिलने पर मध्यप्रदेश से सोहना पहुंचे परिजनों ने घटनास्थल का दौरा किया। समस्त हालातों की जानकारी ली थी। 23 वर्षीय हिमांशु मूल रूप से बिहार के जिला मधेपुरा के गांव सुखासन का रहने वाला था। परिजनों ने हिमांशु की मौत पर मध्य प्रदेश एटीएस पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। मृतक के चाचा दीपक पाठक ने कहा कि उनके भतीजे की होटल के तीसरी मंजिल से फेंक कर हत्या की गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके भतीजे सहित पांच दूसरे आरोपियों को होटल में ही क्यों रखा गया। जबकि शहर पुलिस थाना होटल से मात्र 100 गज की दूरी पर ही स्थित है। सभी आरोपियों को थाने की हवालात में रखना था। दीपक पाठक ने यह भी बताया कि उन्होंने सोहना एसीपी से लेकर अन्य अधिकारियों से सम्पर्क किया है। किंतु मध्य प्रदेश एटीएस पुलिस ने स्थानीय पुलिस व भोंडसी पुलिस थाने को सूचना तक नहीं दी थी। पुलिस ने जानबूझ कर साइबर आरोपियों को ओयो होटल में रखा था। मृतक के चाचा दीपक पाठक साइबर अपराध में अन्य पांच आरोपियों से मिलने की गुहार लगा रहे हैं। किंतु उनको पुलिस ने अभी तक भी मिलने नहीं दिया है। ऐसा होनी मध्यप्रदेश एटीएस पुलिस सवालों के घेरे में नजर आने लगी है। तथा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
विदित है कि मंगलवार को मध्य प्रदेश एटीएस पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए साइबर आरोपी की कस्बे में स्थित एक ओयो होटल की तीसरी मंजिल से कूद कर मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने भोंडसी थाना क्षेत्र से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनको लेकर एटीएस पुलिस सोहना के ओयो होटल में तीसरी मंजिल पर रुकी थी। किन्तु मंगलवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे आरोपी हिमांशु की पुलिस गिरफ्त में होने के बाबजूद तीसरी मंजिल से कूदने पर मौत हो गई थी।