– बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह की शहादत से लेनी चाहिए प्रेरणा: गुर्जर
तहलका जज्बा / दीपा राणा
फरीदाबाद। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि छह साल के बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने अद्भुत साहस और अटूट विश्वास का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। वे अपने धर्म पर डटे रहे और मुगलों के जुल्म के आगे झुकने से इनकार कर दिया। कम उम्र में, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहे, अपने साहस से पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है और उनकी शहादत से हर देशवासी को प्रेरणा लेनी चाहिए । ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर एनआईटी, एफ-3 के श्री राम पार्क में भाजपा जिला अध्यक्ष राजकुमार वोहरा द्वारा “वीर बाल दिवस” के उपलक्ष्य पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और बड़खल विधायक धनेश अद्लक्खा, एनआईटी विधायक सतीश फागना, प्रदेश अनुसाशन अध्यक्ष नीरा तोमर मुख्य तौर पर उपस्थित रहे। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और बडखल के विधायक धनेश अद्लक्खा, सतीश फागना और जिला अध्यक्ष राजकुमार वोहरा ने गुरु गोविन्द सिंह और उनके पुत्रों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कृष्णपाल गुर्जर और धनेश अद्लक्खा ने उपस्थित संगत के साथ उनके जीवन दर्शन को साझा किया। कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा सुखमनी साहिब का पाठ किया गया और बाबा ज़ोरावर सिंह और बाबा फ़तेह सिंह के जीवन दर्शन पर एक चलचित्र दिखाया गया। इस अवसर पर गुरु गोविन्द सिंह जी और उनके पुत्रों के जीवन पर प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया और सही उत्तर देने वाले बच्चों को पारितोषिक भी दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से हर साल 26 दिसंबर को देशभर में मनाया जाता है ‘वीर बाल दिवस’: धनेश अद्लक्खा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसम्बर के दिन को गुरू गोविन्द सिंह के पुत्र बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने का जो निर्णय लिया उसके लिए विधायक धनेश अद्लक्खा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि देश और धर्म की रक्षा के लिए शहादत देने वाले साहिबजादों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। गुरु गोबिंद साहिब सिंह के परिवार ने देश, धर्म और समाज की रक्षा के लिए शहादत दी और सत्य, न्याय और धर्म का संदेश दिया। वीर बाल दिवस न केवल सिख समाज के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि सभी देशवासियों को देश और धर्म के लिए बलिदान देने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर महापौर सुमन बाला, आरडब्लूए प्रधान परविन्द्र सिंह, राजकुमार मदान, अंजू भडाना, अनिल भाटिया, पप्पू त्रिपाठी, अलका भाटिया, अरुण वालिया और सैंकड़ों की संख्या में समाज सेवी, भाजपा कार्यकर्त्ता, महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।