जीतने वाले नेता जश्न में डूबे है, हारने वाले ग़म और सदमें में डूबे है: जयहिंद
तहलका जज्बा / नितिन गुप्ता
रोहतक। जैसा कि आप सभी जानते है कि नवीन जयहिंद का तम्बू सरकार व प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया था जिसके बावजूद आज भी लोग अपनी समस्या लेकर जयहिंद के पास टूटे हुए तम्बू यानी पेड़ के नीचे पहुंचते है। आपको बता दें कि जयहिंद हर रविवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगो से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है। इसी कड़ी में रविवार 24 नवंबर को सैकड़ों लोग अपनी समस्या लेकर जयहिंद के पेड़ के नीचे पहुंचे। जिनमें से बिजली विभाग के कच्चे कर्मचारी, सीपीएलओ–एलसीएलओ के कर्मचारी, कुछ लोग बीपीएल कार्ड, फैमिली आईडी की समस्याएं लेकर पहुंचे। जयहिंद ने कहा कि हम पूरे दमदार तरीके से आपकी समस्या उठाएंगे साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी व शासन–प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि इन लोगों की समस्याएं बहुत गंभीर है और जल्द से जल्द इनकी समस्याओं का समाधान किया जाए।
जयहिंद ने कहा न तो मैं कोई एमएलए–एमपी हूं और न ही सरकार या विपक्ष का नेता, लेकिन फिर भी लोग अगर मेरे पास अपनी समस्या लेकर आते है तो इस विषय पर सरकार व विपक्ष को सोचना चाहिए। क्योंकि लोगो की समस्याएं सुनने के लिए सरकार व विपक्ष के पास नेता जरूर होने चाहिए। सरकार को इनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए और विपक्ष को इनकी आवाज उठानी चाहिए। ऐसा लगता है मानो हरियाणा के सभी एमपी–एमएलए सो रहे है जिस कारण लोग हमारे पास समस्या लेकर आते है। जयहिंद ने लोगो से भी अपील करते हुए कहा कि अगर आपको सरकार से, शासन व प्रशासन से किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या है तो आपको न्याय के लिए मजबूती से खड़े होना सीखना पड़ेगा। साथ ही अगर किसी दूसरे को कोई समस्या आए तो उसके लिए भी खड़ा होना चाहिए।
जीतने वाले नेता जश्न में डूबे है, हारने वाले ग़म और सदमें में डूबे है : जयहिंद
जो अलग–अलग राज्यों के चुनाव नतीजे आए है उन पर जयहिंद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी पार्टियां जीती है कहीं से कोई पार्टी जीती तो कहीं से कोई पार्टी हारी। सभी को खुश रहना चाहिए न कि किसी प्रकार का कोई रोना–धोना मचाना चाहिए। हमारा ये मानना है कि जीतने वालों को जनता की सेवा करनी चाहिए और हारने वालों को हिम्मत नहीं हरनी चाहिए बल्कि जनता के लिए संघर्ष करना चाहिए। जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी जी लोगो की समस्याएं सुनने के लिए जनता दरबार लगाते है अच्छी बात है लेकिन सरकार के हर एमपी–एमएलए को सप्ताह में 1 दिन जनता दरबार लगाना चाहिए व हर विभागों के मुख्य अधिकारियों को अपने–अपने जिले में सप्ताह के 5 दिन लोगो की समस्याएं सुनने के लिए दरबार लगाना चाहिए और उसे सरकार के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसार किया जाना चाहिए।