Sunday, January 19, 2025
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Homeदिल्ली NCRफरीदाबादडॉ.राजीव कुमार सिंह को मिली जेसी.बोस विश्वविद्यालय के कुलसचिव की जिम्मेदारी

डॉ.राजीव कुमार सिंह को मिली जेसी.बोस विश्वविद्यालय के कुलसचिव की जिम्मेदारी

– गुरुग्राम विश्वविद्यालय में भी कुलसचिव का कार्य देख रहे है डाॅ.राजीव सिंह

तहलका जज्बा / दीपा राणा  
फरीदाबाद। हरियाणा सरकार ने जे.सी.बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव कुमार सिंह को विश्वविद्यालय का कुलसचिव नियुक्त किया गया है। इस संबंध में हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, हरियाणा के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय द्वारा डॉ. राजीव कुमार सिंह को उनके वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वर्तमान में डॉ. सिंह गुरुग्राम विश्वविद्यालय, गुरुग्राम में भी कुलसचिव का कार्यभार संभाल रहे है।

डॉ.राजीव कुमार सिंह ने बुधवार को उप कुलसचिव डॉ.मेहा शर्मा से कार्यभार लिया है, जो पूर्व कुलसचिव डॉ.सुनील कुमार गर्ग के सेवानिवृत्ति होने के बाद 14 अगस्त, 2023 से कार्यवाहक कुलसचिव के रूप में यह दायित्व निभा रहीं थी। कुलपति प्रो.सुशील कुमार तोमर ने डॉ.राजीव कुमार सिंह को विश्वविद्यालय के कुलसचिव के रूप में उनकी नई भूमिका के लिए बधाई दी है। डॉ.राजीव कुमार सिंह ने अपनी नियुक्ति पर राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के प्रति आभार व्यक्त किया है।

इस अवसर पर कुलपति के वरिष्ठ सलाहकार प्रो.संदीप ग्रोवर, डीन (इंस्टीट्यूशंस) प्रो.मुनीश वशिष्ठ, प्रो.कोमल भाटिया, कार्यशाला अधीक्षक डॉ.विवेक शर्मा, उप कुलसचिव मनीष गुप्ता, सचिन गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंकुर शर्मा और सहायक विधि अधिकारी रेणु डागर भी उपस्थित थीं।

डॉ.राजीव कुमार सिंह शिक्षण और प्रशासन का 18 वर्ष से अधिक का अनुभव रखते है। वे कॉमर्स में पीएचडी है और उन्होंने फरीदाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी सहित फरीदाबाद एवं मेरठ में कई शैक्षणिक संस्थानों में विभिन्न शिक्षण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। इससे पहले डाॅ.राजीव कुमार सिंह जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में उप कुलसचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके है। शिक्षण और प्रशासनिक जिम्मेदारियों के अलावा डाॅ. राजीव कुमार सिंह का अनुसंधान क्षेत्र में भी काफी योगदान रहा है।

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