Thursday, July 3, 2025
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Homeदिल्ली NCRफरीदाबादसाहिबजादों के अदम्य साहस एवं सर्वोच्च बलिदान को किया गया याद

साहिबजादों के अदम्य साहस एवं सर्वोच्च बलिदान को किया गया याद

– जे.सी.बोस विश्वविद्यालय में मनाया गया ‘वीर बाल दिवस’

तहलका जज्बा / दीपा राणा  
फरीदाबाद। जे.सी.बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा ‘वीर बाल दिवस’ सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया तथा उनकी शहादत को सम्मान देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन बड़े सम्मान और गरिमा के साथ छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा किया गया था।

इस अवसर के विशिष्ट वक्ताओं में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में भारतीय भाषा संवर्धन समिति के समन्वयक प्रो.गुरपाल सिंह और विद्या भारती हरियाणा के प्रांत प्रमुख डी.पी.भारद्वाज रहे। सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सुशील कुमार तोमर ने की। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद प्रो.सुशील कुमार तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ‘वीर बाल दिवस’ के महत्व और साहिबजादों के शौर्य एवं वीरता के बारे में बताया।

प्रो. गुरपाल सिंह ने अपने व्याख्यान में सिख इतिहास का एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह के युग पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए धर्म, स्वतंत्रता और न्याय के प्रति साहिबजादों की अटूट प्रतिबद्धता तथा उनके द्वारा प्रदर्शित अद्वितीय साहस का वर्णन किया। डी.पी.भारद्वाज ने सिख धर्म में निहित साहस और निस्वार्थता की परंपराओं पर अपने विचार रखे। उन्होंने समकालीन संदर्भ में वीर बाल दिवस मनाने की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला तथा साहिबजादों के बलिदान से प्रेरणा लेने और इन मूल्यों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अंत में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.प्रदीप कुमार डिमरी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वक्ताओं तथा सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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