हिंदुस्तान तहलका / गीतिका
गुरुग्राम – सीके बिरला अस्पताल, गुरुग्राम ने फिजियो भारत के सहयोग से हाल ही में एक स्पाइन फिजियोथेरेपी कॉन्क्लेव का आयोजन किया। यह आयोजन लम्बर स्पोंडिलोसिस, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक सीरीज जैसा है।
रीढ़ से जुड़े मामलों में फिजियोथेरेपिस्ट का रोल काफी अहम होता है। इस कॉन्क्लेव में रीढ़ और फिजियोथेरेपी से जुड़े एक्सपर्ट एक साथ मौजूद रहे। इस दौरान दोनों फील्ड के लोगों ने एक दूसरे के साथ अहम जानकारियां साझा कीं और रीढ़ की हेल्थ को लेकर एक व्यापक अप्रोच पेश की। फिजियोथेरेपिस्ट न केवल रीढ़ की हड्डी के नॉन-सर्जिकल और कंजर्वेटिव ट्रीटमेंट अहम रोल निभाते हैं बल्कि सर्जरी के बाद रिहैबिलिटेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य रीढ़ के डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्ट के बीच की खाई को पाटना, मरीज की जरूरतों के बारे में गहराई तक समझ विकसित करना और इलाज के लिए बेहतर तालमेल सुनिश्चित कराना है। कॉन्क्लेव में दिल्ली एनसीआर के मशहूर रीढ़ स्पेशलिस्ट, फिजियोथेरेपी एक्सपर्ट और डेलिगेट्स ने प्रेजेंटेशन दीं. कॉन्क्लेव में रीढ़ के इलाज में हुई हाल की तरक्की के बारे में चर्चा, मेडिकल इंटरवेंशन, पेन क्लिनिक मैनेजमेंट के लिए इंजेक्शन थेरेपी, मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी पर बात की गई।
सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में स्पाइन सर्जरी के डायरेक्टर डॉक्टर अरुण भनोट ने कहा कि मरीजों के अच्छे रिजल्ट के लिए आपसी तालमेल बेहद जरूरी है. इस कॉन्क्लेव को ऐसे डिजाइन किया गया है। जिसमें रीढ़ के डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्ट के बीच विचारों और अनुभवों को साझा किया जा सके, उन्हें ज्यादा जानकार बनाया जा सके ताकि वो रीढ़ की समस्या से जूझ रहे मरीजों को बेहतर और पर्सनलाइज्ड केयर दे सकें।
सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में स्पाइन सर्जरी के कंसल्टेंट डॉक्टर अंकुश गर्ग ने कहा कि हमारा मानना है कि यह कॉन्क्लेव रीढ़ की केयर के क्षेत्र में प्रगति के लिए एक अच्छे प्लेटफॉर्म के रूप में काम करेगा। सहयोग और जानकारियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देकर, हर मरीज को अच्छा एक्सपीरियंस देने और रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का बेहतर इलाज देने की रणनीति में योगदान करने की उम्मीद करते हैं।