Thursday, July 25, 2024
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Homeउत्तर प्रदेशवित्त वर्ष की समाप्ति से पहले पूरे करें अधूरे कार्यः डीएम

वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले पूरे करें अधूरे कार्यः डीएम

-निर्माण कार्यों की सैंपलिंग कराने के दिए निर्देश

हिन्दुस्तान तहलका / संवाददाता

मथुरा – कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास, विद्युत, लोक निर्माण, पंचायती राज, शिक्षा, वन, उद्योग, श्रम, नियोजन विभाग, कृषि, सिंचाई, गन्ना, उद्यान, मत्स्य, लघु सिंचाई, सहकारिता, दुग्ध एवं पशुपालन विभाग तथा 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाओं की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने 50 लाख रुपये से अधिक लागत के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की। समस्त कार्यों की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि जिन कार्यो में धन अभाव से कार्य रूका हुआ है वे शीघ्र ही यूसी भिजवाने की कार्यवाही करें तथा जहां अधोहस्ताक्षरी द्वारा पत्राचार करना हो वह भी पत्रावली प्रस्तुत कर शीघ्र किया जाये। उन्होंने कहा कि जो कार्य पूर्ण हो गये हैं, उनकी जांच कराई जाये और सभी मानकों को पूर्ण कराते हुए संबंधित को हैण्डोवर कर दिये जायें। श्री सिंह ने कहा कि जो भी निर्माणाधीन कार्य प्रगति पर है वहा पर मूलभूत सुविधायें जैसे, पानी, विद्युत, शौचालय, रैंप, बाउंड्री वॉल आदि का कार्य समय से पूर्ण करते हुए जनप्रतिनिधियों से लोकार्पण करवाया जाये। समस्त कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्यों में तेजी लायें और जहां पर समस्या उत्पन्न हो रही है वहां मुख्य विकास अधिकारी, संबंधित उप जिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से समस्याओं का समाधान कराया जाये और टीम भावना के साथ कार्य किया जाये।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी स्कूलों, सरकारी आवासों, समाज कल्याण विभाग योजनाओं के अंतर्गत छात्रावास व स्कूल, जिला कारागार में आवास आदि से संबंधित कार्य प्रगति पर हैं, उन्हें शीघ्रता एवं गुणवत्ता तथा पारदर्शिता के साथ पूर्ण किया जाये। उन्होंने कहा कि जहां कार्य धीमी प्रगति पर हो वहां पर आवश्यकतानुसार लेवर व कर्मचारी बढ़ाये जायें। श्री सिंह ने कहा कि जो भी निर्माणाधीन कार्य प्रगति पर हैं वहां पर वॉटर हार्वेस्टिंग प्लांट अनिवार्य रूप से लगाया जाए। जिन निर्माण कार्यों में शिकायत प्राप्त हो वहां के कार्यों की सैम्पलिंग करायी जाये और यदि मानकानुसार कार्य नहीं है, तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाये। वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है जिन विभागों में बजट की उपलब्धता बनी हुई है, वे विभाग गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता के साथ कार्यों को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। किसी भी कार्य में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के लिए लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, उपायुक्त उद्योग रामेंद्र कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्रा, डीएसटीओ अजेया चौधरी, डीपीआरओ किरन चौधरी, रोडवेज, लोक निर्माण, सेतु निगम, जल निगम, नगर निगम, आरईएस, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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