-ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर कट की मांग को लेकर किसानों ने किया केजीपी एक्सप्रेसवे जाम
हिन्दुस्तान तहलका / ऋचा गौड़
हरियाणा के जिले फरीदाबाद के मोहना से होकर गुजर रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर पिछले 4 महीना से ज्यादा समय से किसान मोहना के पास कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। लेकिन आज उनके सब्र का बांध टूट गया जिसके चलते मोहना और आसपास के गांव के किसानों ने आज केजीपी एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया।
बता दें कि चंदावली के पास से होकर गुजर रहे मोहना होते हुए यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे जेवर एयरपोर्ट पर लगता है। किसानों की मांग है कि मोहना के पास उतार-चढ़ाव के लिए कट दिया जाए ताकि फरीदाबाद की लोगों को भी इस ग्रीन एक्सप्रेसवे का फायदा पहुंच पाए। लेकिन मोहना के पास ग्रीन एक्सप्रेसवे पर कट नहीं दिया गया इसे बढ़ाकर यूपी में फरीदा गांव के पास दिया गया है। इससे फरीदाबाद के किसान नाराज हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिया था आश्वासन
स्थानीय किसान राहुल तंवर और धरना संचालक देवी सिंह लांबा ने बताया कि कई महीनों पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पनहेरा गांव में आए थे जहां पर किसानों ने ग्रीन एक्सप्रेसवे पर मोहना के पास कट दिए जाने की उनसे मांग की थी जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें कट दिए जाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कट नहीं दिया गया।
केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर पर लगाए आरोप
वहीं राहुल तंवर ने फरीदाबाद के सांसद व केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर पर भी गंभीर और आरोप लगाते हुए कहा कि कृष्णपाल गुर्जर ने अपने फायदे के लिए यूपी के फरेदा गांव के पास उतार-चढ़ाव के लिए कट बनवाया है, जिसके चलते फरीदाबाद के किसानों को उस कट का कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला। इसीलिए किसान मोहना में कट दिए जाने की मांग को लेकर धरने पर हैं ।
चार फरवरी को मोहना मंडी में पंचायत हुई थी
वहीं धरना संचालक देवी सिंह लांबा ने कहा कि बीते 4 फरवरी को मोहना मंडी में पंचायत हुई थी जिसमें 10 दिन का समय दिया गया था इस दौरान वह लोग इस कट की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार व केंद्र परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आश्वासन के बाद भी आज तक यहां पर कट नहीं दिया गया है। जिसको लेकर फरीदाबाद के किसानों में भारी रोष है। आज किसानों ने केजीपी एक्सप्रेस पर कुछ देर का सांकेतिक रूप से जाम कर धरना दिया और चेतावनी दी की यदि 3 मार्च तक इस ग्रीन एक्सप्रेस वे पर कट नहीं दिया गया तो किसान केजीपी को पूर्ण रूप से धरने पर बैठकर बंद कर दिया जाएगा।