➡विधान भवन में लगी प्रतिमा पर स्टाफ के साथ अर्पित की पुष्पांजलि
हिन्दुस्तान तहलका / विनोद गुप्ता
चंडीगढ़ – हरियाणा विधान सभा में रविवार को संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अम्बेडकर की 133वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने स्टाफ के साथ विधान भवन में स्थापित संविधान निर्माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा बाबा साहेब के पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि डॉ. भीम राव अम्बेडकर का जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी होने के साथ भारतीय इतिहास का प्रवाह मोड़ने वाला रहा है। हमारे समाज में शताब्दियों से व्याप्त बुराइयों के खिलाफ वे न सिर्फ एक सशक्त आवाज थे, अपितु उन्होंने समाज के वंचित, पीड़ित लोगों के उद्धार का रास्ता भी सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि अनेक लोगों ने डॉ. अंबेडकर को जाति विशेष के दायरे तक सीमित करने का प्रयास किया है, जो उनके पुरुषार्थ और प्रतिभा के साथ सरासर अन्याय है। डॉ. साहब विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उनकी प्रतिभा और सामाजिक सक्रियता को देखते हुए वे प्रत्येक आयु वर्ग और सामाजिक वर्ग के लिए आदर्श महानायक हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने दुनिया के सबसे बड़े व आदर्श लोकतंत्र की न केवल कल्पना की बल्कि उसे मूर्त रूप देने के लिए समुचित कार्य भी किया। उन्होंने भारत के लोगों की जरूरतों, आशाओं और आकांक्षाओं को बारीकी से समझा। इसलिए समय के साथ-साथ हमारा लोकतंत्र सशक्त होता गया। आज हमारा देश बाबा साहेब के आदर्शों का पालन करते हुए ही संसदीय लोकतंत्र के सहारे निरंतर आगे बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि हरियाणा विधान सभा में अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद ज्ञान चंद गुप्ता ने ही विधान भवन के प्रवेश द्वार पर डॉ. भीम राव अम्बेडकर की भव्य प्रतिमा स्थापित करवाई है।