हिन्दुस्तान तहलका / प्रवीण कौशिक
करनाल – संयुक्त किसान मोर्चा व केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से घोषित ग्रामीण भारत बंद का आह्वान सफल रहा। ग्रामीणों ने शहर व खेतों से दूरी बनाए रखी। ग्रामीण भारत बंद के साथ-साथ सभी किसान, मजदूर व कर्मचारी संगठनों ने सड़कों पर उतर कर सांझे तौर पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया। इसी के चलते करनाल में भी किसान, मजदूर व विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने सीएम सिटी की सड़कों पर उतर कर अपनी एकता की ताकत का अहसास करवाया। गौरतलब है कि किसान आंदोलन की लंबित मांगों को लेकर व मजदूर व कर्मचारियों की मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन से पूर्व किसान भवन में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इसके पश्चात भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतन मान की अगुवाई में किसान भवन से नारेबाजी करते हुए कर्ण पार्क पहुंचे। किसान, मजदूर व कर्मचारियों ने कर्ण पार्क से लेकर घंटाघर चौक तक रोष मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए व कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाए तथा किसानों के लिए खरीद गारंटी का कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर किसान, मजदूर, कर्मचारियों की मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। किसान नेता रतन मान ने भाजपा सरकार चेताते हुए कहा कि समय रहते अगर उक्त मांगों को नहीं माना गया तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने सभी वर्गो से अपील करते हुए कहा कि अपने हकों को लेने के लिए सजग रहकर आंदोलन के बल पर अपने हक लेने होंगे। आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जिस नीति पर काम कर रही है अगर किसान, मजदूर, कर्मचारी विरोधी नीतियां भाजपा सफल बनाने में कामयाब हो गई तो देश में न कृषि बचेगी ना ही कर्मचारी बचेंगे। एक दिन सबकी रोजी रोजगार खत्म कर दिए जाएंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ किसान नेता प्रेमचंद शाहपुर, प्रदेश संगठन सचिव श्याम सिंह मान, उत्तरी हरियाणा प्रभारी मेहताब कादियान, शहरी प्रधान कृष्ण जागलान, प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान, राजबीर मान, महेंद्र मढान, जयपाल शर्मा, रामेश्वर दादूपुर, युवा नेता दीपचंद मान, रामसिंह मोहद्दीनपुर, भरतरी व राजेंद्र मान सहित काफी संख्या में मौजूद थे।