-केंद्र सरकार के खिलाफ किसान संगठन और कर्मचारी संगठन कर रहे प्रदर्शन
हिन्दुस्तान तहलका / संवाददाता
पलवल – संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर भारत बंद का असर पलवल में देखने को मिल रहा है। सभी ट्रेड यूनियन और किसान संगठन एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि, जहां एक तरफ सरकार ने किसान आंदोलन पार्ट -1 में किसानों से किए समझौतों को अमलीजामा नहीं पहनाया है, वहीं कर्मचारियों और मजदूरों की मांगों को भी नहीं माना है। जिसके चलते किसान संगठन और कर्मचारी संगठनों में सरकार के प्रति रोष है। उनकी सरकार से मांग है कि जल्द ही सभी मांगों को पूरा करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान नेता अदय सिंह पूर्व सरपंच व महिला कर्मचारी नेता उर्मिला रावत ने की, जबकि संचालन कर्मचारी नेता धर्मचंद ने की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता महेंद्र सिंह चौहान मौजूद रहे।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि, न तो किसान अपने खेतों पर जा रहे हैं न ही कर्मचारी और मजदूर अपने कामों पर। किसान नेताओं ने बताया कि इस बंद को बुलाने के पीछे किसानों और मजदूरों की कई मांगें हैं। इनमें सबसे अहम मांग MSP को लेकर है। किसान अधिक बिजली बिल को भी कम करने की मांग कर रहे हैं।
सीमाएं सील होने से व्यापार पर पड़ने लगा असर
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर सीमाएं सील करने का असर जिले के व्यापारियों पर पड़ने लगा है। भारी वाहनों के न पहुंचने से माल जिले में नहीं पहुंच रहा है, जिससे सामान की किल्लत होने की संभावना पैदा होने लगी है। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री प्रवीण गर्ग ने बताया कि सीमाएं सील होने से भारी वाहन माल को लेकर नहीं पहुंच पा रहे हैं। आने वाले समय में तेल, घी, चीनी, गुड, शक्कर, कपड़ा सहित अन्य सामान की किल्लत हो सकती है। इसका असर व्यापार पर पड़ने की संभावना है। कई स्थानों पर इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं, जिससे ऑनलाइन बिलिंग सहित अन्य कार्य नहीं हो पा रहे हैं।