-छह माह की बच्ची समेत 21 लोग घायल
हिंदुस्तान तहलका/ ब्यूरो
सोनीपत। कुंडली औद्योगिक की दहिया कॉलोनी में देर रात बॉयलर फटने से जोरदार धमाका हुआ। जिससे फैक्ट्री की छत गिर गई तथा मलबे में दबने से तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि छह माह की बच्ची समेत 21 लोग घायल हुए हैं। सात लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। घायलों को कुंडली स्थित नवल अस्पताल और नरेला स्थित राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। ब्लास्ट इतना भयंकर था कि आसपास के कई मकान व साथ लगती फैक्टरी क्षतिग्रस्त हो गई। मृतकों की पहचान बृजेश, गुलाब व सुखदेव के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर शवगृह भेज दिया है।
डेढ़ किलोमीटर तक सुनाई दी धमाके की आवाज
बताया जा रहा है कि कुंडली की दहिया कॉलोनी के रिहायशी इलाके में कई फैक्ट्रियां चल रही है। बुधवार देर रात श्री गणेश फैक्टरी में जोरदार धमाके के साथ बॉयलर फट गया। बताया जा रहा है कि बॉयलर के फटने के दौरान धमाके की आवाज करीब डेढ़ किलोमीटर तक सुनाई दी। आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें लगा जैसे भूकंप आ गया हो। धमाके के साथ बॉयलर फटने से फैक्ट्री में आग लग गई थी। उस धमाके से आसपास की तीन फैक्ट्री की छत का लेंटर गिर गया तथा आसपास के मकानों की दीवार व छत्तों में भी दरारें आ गई। छत का मलबा गिरने से 30 से अधिक लोग छत के मलबे के नीचे दब गए। जिनमें से तीन की मौत हो गई। सूचना के बाद प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची तथा आसपास के लोगों के सहयोग से मलबे में दबे लोगों को बचाने का कार्य शुरू किया। मलबे के नीचे दबकर बृजेश, सुखदेव व गुलाब की मौत हो गई। करीब 30 घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दमकल की तीन गाड़ियों ने पाया आग पर काबू
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया। ब्लास्ट होने से फैक्ट्री का लेंटर गिर गया. जिसके मलबे में दबने से तीन कर्मचारियों की मौत होना बताया जा रहा है, दो की शवों को बरामद कर लिया है। फैक्ट्री में काम कर रहे तीसरे कर्मचारी सुखदेव के शव की तलाश रेस्क्यू टीम कर रही है।
यह हुए घायल
घायलों में प्रदीप पटेल (30), दिनेश पासवान (45), रमेश (47), कीर्ति (18), पुष्पेंद्र (19), असंजना (21), संतोष (48), कपिल (18), अक्षय (10), राजपाल (23), सरोज (26) को दिल्ली के नरेला अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वहीं अंतिमा (17), प्रियांशी (10), सुधा (29), बिजेंद्र (35), जोगेंद्र (18), पिंकी (18), जोगेंद्र (30), बिट्टी (30), सौरभ (22), लावण्या (छह माह) को कुंडली के नवल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
सहायक मंडल अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र सिंह दहिया ने बताया कि हादसे के दौरान मलबे में तीन लोगों के दबने की आशंका है। जिनमें से विभाग की रेस्क्यू टीम ने दो शवों को निकाल लिया गया है। विभाग की ओर से रेस्क्यू अभियान जारी है। खबर लिखे जाने तक रेस्क्यू अभियान जारी था।
आगजनी की तीसरी घटना
सोनीपत के औद्योगिक क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में आगजनी की यह तीसरी घटना है। इससे पहले एक दारू की फैक्ट्री में आग लगने से एक कर्मचारी की झुलसने से मौत हो गई थी। शराब फैक्ट्री से पहले गैस लाइटर बनाने की फैक्ट्री में आगजनी की घटना हुई थी। फैक्ट्रियों में एक के बाद एक घटना से सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।