-पिछड़ों को आगे कर चुनावी रण को जीतने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक
हिंदुस्तान तहलका / दुष्यंत त्यागी
चंडीगढ़ । नौ साल के मनोहर शासन की नींव पर अब नायब सरकार से चुनावी रण को जीतने की बिसात बिछाई गई है। पिछड़ों को आगे कर चुनावी रण को जीतने की बिसात के लिए सर्जिकल स्ट्राइक ही अचूक बाण है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व की सोच वहां से शुरू होती है जहां पर राजनैतिक विश्लेषकों की सोच खत्म होती है। प्रधान सेवक मोदी के लिए हरियाणा बहुत विशेष रहा है। इतिहास गवाह है इसी भूमि से बड़े बड़े बदलाव की नींव रखी गई है। इसी क्रांतिकारी माटी ने देश की दिशा व दशा की स्थिति एवं परिस्थिति वाले घटनाक्रम का आधार बनी है।
भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र का जीवंत उदाहरण है। सुदृढ़ कैडर बेस पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्त्ता ही मुख्य आधार होता है। ईमानदार, कर्त्तव्य निष्ठ, जज्बे से ओतप्रोत कार्यकर्त्ता को कब क्या जिम्मेवारी मिल जाए स्वयं उसे भी अनुमान नहीं होता है। ऐसे मेहनतकश वर्करों से ओतप्रोत भाजपा पार्टी नये नये प्रयोग करती रहती है। राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं होता। कोई स्थाई दुश्मन नहीं होता ना ही कोई स्थाई दोस्त होता है। राजनीति में संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं। इन्ही संभावनाओं से मोदी – शाह की जोड़ी को नये रास्ते निकालने में महारथ हासिल है।
भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा परिवार है जिसके हर सदस्य में परिवार का नेतृत्व करने की क्षमता होती है। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को सदन में बहुमत साबित करने के दौरान अपने संबोधन में कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है। कार्यकर्ता की क्षमता का आंकलन करने के लिए ही पार्टी नई -नई जिम्मेवारी समय-समय पर देती रहती है। सदन में बहुमत से पूर्व चर्चा में प्रतिपक्ष नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शेरो शायरी से कटाक्ष करते हुए कहा कि मालूम था सबको एक दिन बेवफा यार बदलेंगे,नाटक वही रहेगा, किरदार बदलेंगे, तुम सीएम बदलते रहना, हम एक दिन पूरी सरकार बदलेंगे।