Wednesday, July 24, 2024
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UP News: राजनीति नहीं, विकास की नीति से सही नियत वाले निर्णय लेकर सेवा करती रहूंगी : हेमा मालिनी

ड्रीमगर्ल’ भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी ने नामंकन से यहले की यमुना पूजन

हिंदुस्तान तहलका / शिवांगी चौधरी

मथुरा – भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी ‘ड्रीमगर्ल’(Dream Girl) ने बुधवार को विश्राम घाट पर पहुंचकर विधि विधान से यमुना पूजन किया। उसके उपरांत भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वृन्दावन-मथुरा में लोग नरेंद्र मोदी और हेमा मालिनी के लिए मतदान करेंगे।

निवर्तमान लोकसभा सांसद अपनी जीत की हैट्रिक के रूप में लगातार जनता के बीच रहते हुए चुनाव प्रचार करने में दिनरात मेहनत रही हैं। दो बार सांसद रहने के बावजूद फिल्म अभिनेत्री जो स्वयं को अनुभवी राजनीतिज्ञ नहीं मानती बावजूद मथुरा के सर्वांगीण विकास के लिए गर्मी और धूल में उतरकर निरंतर जनसंपर्क अभियान चला रहीं हैं।

मथुरा से निवर्तमान सांसद, भाजपा प्रत्याशी एवं फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी (film actress hema malini) स्वयं को एक कृष्ण भक्त बताती हुई कहती हैं कि उनका अपना निर्वाचन क्षेत्र, जिसमें वृन्दावन भी शामिल है, का सपना अभी भी अधूरा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भाजपा से टिकट मांगा ताकि वह जो काम अधूरे रह गए है उसे पूरा कर सकें।

मैं मंझी हुई राजनेता नहीं हूं: हेमा मालिनी

हेमा मालिनी खुद को मंझी हुई राजनेता नहीं मानतीं लेकिन उनका कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में मतदाता उनके काम और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर बीजेपी को वोट देंगे। मथुरा लोकसभा सीट से दो बार की सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि मैं मंझी हुई राजनेता नहीं हूं लेकिन सांसद होने के नाते यहां के लिए बहुत कुछ कर सकती हूं। मैं कृष्णभक्त हूं और चुनाव नहीं लड़ती अगर सीट मथुरा नहीं होती।

मैं राजनीति में आना नहीं चाहती थी लेकिन श्री कृष्ण ने मुझे सेवा का मौका दिया है। मैं यहां हूं क्योंकि भगवान श्री कृष्ण चाहते हैं कि मैं जो कुछ भी इस क्षेत्र में करूं उसे सेवा मानकर ही करूं। मैं राजनीति में नहीं आना चाहती थी, लेकिन मुझे हमेशा से दुख होता था कि भगवान कृष्ण की जन्मभूमि को सुंदर क्यों नहीं रखा गया है ? इसी प्रश्न ने मुझे राजनीति में आने के लिए मजबूर किया। सांसद बनने के बाद मैंने चीजों को बदलने की कोशिश की लेकिन समस्याएं बहुत थी समय कम था। बहुत कुछ सुधरा है अभी बहुत कुछ सुधारना है। लोगों की मानसिकता बदलने की जरुरत हैं।

सभी स्मार्ट बनेंगे तो मथुरा भी साफ सुथरा होगा। इसलिए जब मैं साफ-सफाई पर जोर देती हूं तो लोग मेरी आलोचना करते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से कहते हैं कि उन्हें स्थानीय सांसद चाहिए क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें वैसे ही जीते रहना चाहिए, जैसा वे पिछले कई दशकों से जीते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी से कहा कि मेरा काम अभी यहां अधूरा है और मुझे तीसरी बार टिकट दिया गया। मेरे सपनों का वृंदावन बनाने की दिशा में काफी काम बाकी है और उसमें से आधा भी हो गया तो मुझे संतोष रहेगा।

मैं जाट बहू हूं और मैं ब्राह्मण बेटी हूं: हेमा मालिनी

मथुरा के मतदाता 26 अप्रैल को चुनाव में हेमा मालिनी को वोट देंगे या नरेन्द्र मोदी के लिये वोट पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह दोनों का संयोजन होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दी ने पूरे देश के लिये इतना कुछ किया है, जिससे हमें वोट मिलेंगे। लेकिन अगर आप पूछ रहे हैं कि मैंने क्या किया है तो मेरा काम खुद बोलता है। एक सवाल के जवाब में हेमा ने कहा कि लगता है कि चुनाव एकतरफा रहने वाला है लेकिन हमें अधिकतम वोट लेने के लिये मेहनत करनी है। मैं जाट बहू हूं और जाटों से मुझे बहुत प्यार मिला है।

इसके अलावा मैं ब्राह्मण भी हूं। पिछले दो आम चुनाव यहां ‘बृजवासी बनाम बाहरी’ करार दिये गए लेकिन हेमा ने पहले 2014 में आरएलडी के जयंत चौधरी को 340725 वोट से और फिर 2019 में इसी पार्टी के कुंवर नरेंद्र सिंह को 293471 वोट से हराया। उन्होंने कहा कि पहली बार जब मैंने चुनाव लड़ा तो लोग मेरे अभिनेत्री होने के कारण आकर्षित हुए लेकिन मन में यह कहीं ना कहीं था कि यह मुंबई में रहेंगी और यहां चुनाव के बाद नहीं आएगी। मैंने उन्हें गलत साबित किया और यहां घर बनाया। वृंदावन में मेरा घर है तो मैं बाहरी कैसे हुई।

यह रहे उपस्थित

इस अवसर पर प्रदीप गोस्वामी, मुख्य खंडेलवाल, मदन मोहन श्रीवास्तव पार्षद, मीडिया प्रभारी श्याम चतुर्वेदी, विजय शर्मा सह मीडिया प्रभारी, श्याम शर्मा , लोकेश तायल, संजय गोविल, कुंज बिहारी चतुर्वेदी, नितिन चतुर्वेदी, मिलन भाटिया पार्षद, रचना पाठक, बलराम शर्मा, संजय शर्मा, राजेश गुप्ता, योगेंद्र चतुर्वेदी, कुंज बिहारी भारद्वाज, नितिन शर्मा, राजवीर चौधरी, अभिषेक चतुर्वेदी, अनुराग चतुर्वेदी, सर्वेश चतुर्वेदी, रामकिशन पाठक, रामदास चतुर्वेदी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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