तहलका जज्बा / नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
चंडीगढ़ – भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है। मंगलवार को राज्यसभा चुनावों के लिए रिटर्निंग अधिकारी साकेत कुमार (आईएएस) ने उन्हें विजयी घोषित करते हुए सर्टिफिकेट सौंपा। बराला का राज्यसभा कार्यकाल 3 अप्रैल से शुरू होगा। इसके बाद ही वे राज्यसभा में पद एवं गोपनीयता की ओथ ले सकेंगे।
राज्यसभा सांसद डीपी वत्स की जगह भाजपा ने बराला को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया था। वत्स का कार्यकाल 2 अप्रैल को पूरा हो रहा है। एक सीट के लिए हुए चुनाव में बराला का अकेला नामांकन-पत्र दाखिल हुआ था। उनके मुकाबल कांग्रेस ने इसलिए उम्मीदवार नहीं उतारा क्योंकि संख्याबल उनके साथ नहीं था। मंगलवार दोपहर तीन बजे तक नामांकन-पत्र वापस लेने का आखिरी समय था।
इसके बाद रिटर्निग अधिकारी की ओर से उन्हें निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया। बराला ने 2014 में टोहाना हलके से विधानसभा चुनाव जीता था। ये चुनाव उस समय प्रदेशाध्यक्ष रहे प्रो. रामबिलास शर्मा के नेतृत्व में लड़े गए थे। रामबिलास शर्मा के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उनकी जगह बराला को प्रधान बनाया गया। 2019 में बराला टोहाना से जजपा के देवेंद्र सिंह बबली के हाथों चुनाव हार गए। सीएम मनोहर लाल के साथ नजदीकियों के चलते उन्हें हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का चेयरमैन बनाया गया। अब सीएम की पसंद के चलते ही उन्हें राज्यसभा जाने का मौका मिला है।