-किसान नेताओं ने किया था मथुरा बंद करने की घोषणा
-टोल फ्री करने का किया था एलान
हिन्दुस्तान तहलका
मथुरा – दिल्ली में मांगों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के चौथे दिन भारत बंद का एलान किया गया था। जिसके तहत मथुरा में भी किसान नेताओं ने प्रदर्शन करने की घोषणा की। किसान नेताओं ने यमुना एक्सप्रेस वे पर मांट टोल फ्री करने का एलान किया था। प्रदर्शन से पहले पुलिस ने किसान नेताओं के घरों पर पहुंच गई और उनको हाउस अरेस्ट कर दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया था। मथुरा में भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर हरियाणा,पंजाब सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के टोल नाका को जनता के लिए 12 बजे से 3 बजे तक फ्री करना था। मथुरा में भी भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल नाका फ्री करना था। किसान नेता शुक्रवार की सुबह से ही प्रदर्शन की योजना बनाने लगे। दोपहर होते ही किसान नेता प्रदर्शन के लिए निकलते उससे पहले ही पुलिस ने उनको हाउस अरेस्ट कर लिया। पुलिस भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय,प्रांतीय और जिला पदाधिकारियों के आवास पर पहुंच गई और उनको हाउस अरेस्ट कर लिया।
इनको किया हाउस अरेस्ट
मथुरा में पुलिस ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान,आगरा मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर,मंडल उपाध्यक्ष राधे श्याम,जिला उपाध्यक्ष सोनवीर सिंह,मंडल सचिव हरिपाल सिंह परिहार को गढ़सौली में बने कैंप कार्यालय पर नजर बंद कर दिया। इसके आलावा जिला अध्यक्ष रामफल सिंह सूबेदार,जिला उपाध्यक्ष अंतराम,कन्हैया तोमर को जादोपुर गांव में हाउस अरेस्ट कर लिया।
तहसील पदाधिकारियों को भी किया अरेस्ट
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के नेता यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा पर प्रदर्शन करने वाले थे। यहां वह दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक टोल फ्री करने की योजना थी। पुलिस ने इसके लिए राष्ट्रीय,प्रांतीय और जिला पदाधिकारियों के अलावा तहसील पदाधिकारियों को भी हाउस अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने मांट के नगला कलौंदी में तहसील प्रवक्ता रामवीर सिंह और खप्परपुर में महासचिव सतीश चंद को नजर बंद कर दिया। इससे किसान नेताओं में आक्रोश देखने को मिला।
पुलिस कर रही नेताओं से अपराधियों जैसा व्यवहार
प्रदर्शन करने से रोकने के लिए हाउस अरेस्ट करने से नाराज दिखे मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने कहा कि पुलिस किसान नेताओं के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। उन पर रबर बुलेट से लेकर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। रास्तों में कील बिछाई गई हैं ऐसा व्यवहार किया जा रहा जैसे वह कोई पराए लोग हैं। किसान नेताओं ने कहा कि अन्नदाता जायज मांग कर रहा है। एमएसपी सहित अन्य मांगों को सरकार को अविलंब मान लेना चाहिए। मंडल महासचिव प्रेम सिंह सिकरवार,जिला उपाध्यक्ष विजय पाल सिंह चौधरी,तहसील अध्यक्ष चरण सिंह पवार,मान सिंह,प्रताप सिंह और अशोक चौधरी ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन चढूनी किसानों के हक के लिए किसान आंदोलन में पूरी ताकत से भाग लेगा।