देश में डेयरी उत्पादन में है हरियाणा का अहम योगदान
नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
हिंदुस्तान तहलका / चंडीगढ़ – हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने आगामी वित्त वर्ष 2024-25 में आठ नए पशु अस्पताल और 18 पशु औषधालय खोलने का निर्णय लिया है। यह सुविधाएं उन जिलों में दी जाएंगी, जहां पशु चिकित्सा सेवाएं पशुधन आबादी के अनुपात में कम है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पशुपालकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रतिबद्धता में पशुपालन और पालन-पोषण में शामिल लोगों की आजीविका, उत्पादकता और समग्र कल्याण के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करना शामिल है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों में इस सेवा को सुदृढ़ करने के लिए 11.20 करोड़ की लागत से 70 मोबाइल पशुधन एंबुलेंस लांच की हैं।
इसके अलावा उन्होंने राज्य के पशु चिकित्सा अस्पताल कॉल सेंटर टोल फ्री नंबर 1962 का भी उद्घाटन किया है। जोकि 24×7 चालू रहेगा। उन्होंने बताया कि पहले प्रदेश में 21 मोबाइल एंबुलेंस काम करती थी। 70 मोबाइल एंबुलेंस बेड़े में शामिल किया है। अब बेड़े में 91 मोबाइल एंबुलेंस हो गई हैं, जिससे पशुधन मालिकों को फायदा मिलेगा।
मंत्री ने कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार तीन मोबाइल जल परीक्षण प्रयोगशाला वैन के माध्यम से मिट्टी और जल परीक्षण सुविधाएं शुरू करेगी, जो सीधे किसानों को सेवाएं प्रदान करेंगी। इसके अलावा 4000 एकड़ भूमि को मछली और झींगा पालन के अंतर्गत लाया जाएगा।
मंत्री ने बताया कि देश के दूध उत्पादन में हरियाणा का महत्वपूर्ण योगदान है। देश में कुल पशुधन आबादी में राज्य की हिस्सेदारी केवल 2.1 प्रतिशत है, लेकिन राष्ट्रीय दूध उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी 5.19 प्रतिशत से अधिक है। राज्य की प्रतिदिन प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 1098 ग्राम है, जोकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 459 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रतिदिन से लगभग जो 2.4 गुना अधिक है। इसलिए हरियाणा डेयरी उत्पादन में उत्कृष्टता बनाए हुए है।