नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
हिन्दुस्तान तहलका /अंबाला। हरियाणा के जननायक जनता पार्टी (जेजेपी ) में इस्तीफों का सिलसिला थम नहीं रहा है। अंबाला जिले में भी जेजेपी को फिर से एक बड़ा झटका लगा है। 2019 में अंबाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने चुके और वर्तमान में पार्टी के राज्य के महासचिव हरपाल कंबोज ने भी जेजेपी को छोड़ दिया है।
जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरपाल कंबोज ने इस बात की घोषणा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के सुप्रीमो डॉ. अजय चौटाला को भेज दिया है। पार्टी छोड़ने का कारण बताते हुए कहा कि वह लगभग 20 से 25 साल से देवी लाल परिवार से जुड़े हुए हैं और जेजेपी के बनने से ही वह अजय चौटाला और दुष्यंत के साथ थे। वह 4 साल पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इस्तीफे के पीछे की क्या है वजह
उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले मैंने ही अंबाला में जेजेपी का झंडा उठाया था। राजनीति भाइयों के साथ होती है और ऐसे फैसले भी भाइयों के कहने पर ही लिया है। इस्तीफा देने के पीछे क्या कारण रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि कोई खास वजह नहीं है। मेरे अपने कुछ व्यक्तिगत कारण रहे हैं। मेरा किसी से कोई मतभेद नहीं है। आगामी फैसले के लिए वे अपने भाइयों के साथ विचार करेंगे,उसके बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।
हरपाल सिंह कंबोज का राजनीतिक सफर
हरपाल सिंह कंबोज हरियाणा के उन चुनिंदा नेताओं में आते हैं जो अजय चौटाला और पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के परिवार के बेहद करीबी माने जाते रहे हैं। हरपाल सिंह कंबोज का देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के परिवार से पुराना सम्बन्ध रहा है। वह जेजेपी के गठन के समय से ही पार्टी से जुड़े रहे हैं। वे चार साल तक अंबाला में पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे हैं। साल 2019 में विधानसभा चुनाव में अंबाला शहर से पार्टी के प्रत्याशी भी रहे हैं।