हिंदुस्तान तहलका / न्यूज एजंसी
नयी दिल्ली – चार अप्रैल को कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Congress spokesperson Gaurav Vallabh) ने बृहस्पतिवार को सुबह-सुबह पार्टी से इस्तीफा दे दिया और फिर दोपहर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। वल्लभ के अलावा कांग्रेस की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा (Former President Anil Sharma) ने भी पार्टी महासचिव विनोद तावड़े (Vinod Tawde) की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
वल्लभ ने यह कहते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दिया कि वह सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते तथा ‘वेल्थ क्रिएटर्स’ (पूंजी का सृजन करने वालों) को गाली नहीं दे सकते। वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) को लिखा त्यागपत्र सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी जिस तरह से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसे देखते हुए वह खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहे थे।
वल्लभ कई महीनों से पार्टी की ओर से टेलीविजन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रहे थे और लंबे समय से उनकी कोई प्रेस वार्ता भी नहीं हुई थी। वल्लभ ने त्यागपत्र में यह दावा भी किया कि वर्तमान में आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का रुख हमेशा ‘वेल्थ क्रिएटर्स’ को नीचा दिखाने वाला रहा है तथा देश में होने वाले हर विनिवेश पर पार्टी का नजरिया नकारात्मक रहा है। उनका कहना है कि आर्थिक मुद्दों पर पार्टी के रुख को लेकर भी वह घुटन महसूस कर रहे थे।