हिन्दुस्तान तहलका / शिवांगी चौधरी
वृंदावन। कान्हा की नगरी में होली की खुमारी अब भी श्रद्धालुओं के सिर चढ़ कर बोल रही है। शनिवार को भगवान गोदा रंगमन्नार ने भक्तों के संग होली खेली। ठाकुर जी के संग होली खेल भक्त आनंदित हो उठे। वृंदावन के श्रीरंगनाथ मंदिर में 10 दिवसीय ब्रह्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके छठे दिन होली और फगुआ आयोजन में ठाकुर गोदा रंगमन्नार अपने भक्तों के संग होली खेलने के लिए निकले। तो वातावरण में अबीर गुलाल की बदरी छा गई। होली की मस्ती में सराबोर होकर भक्तों ने भी अपने आराध्य के साथ जमकर होली खेली।
ब्रज के विशालतम श्री रंगनाथ मंदिर के ब्रह्मोत्सव के छठवें दिन भगवान गोदा रंगमन्नार कांच के विमान पर विराजित होकर भक्तों के साथ होली खेलने निकले। धवल श्वेत वस्त्र धारण किए ठाकुर गोदा रंगमन्नार भगवान को वेद मंत्रों के साथ अर्चना कर प्राकृतिक अबीर गुलाल निवेदित किए गए। उसके बाद मंदिर के जगमोहन में चांदी की पिचकारी से भक्तों पर टेसू के फूलों से बने रंगों की बौछार की गई तो मंदिर परिसर रंगनाथ भगवान की जय जयकार से अनुगुंजित हो गया।

तदोपरांत ठाकुर जी कांच के विमान में सवार होकर मंदिर के सिंह द्वार पर पहुंचे तो भक्तों में गजब का उल्लास छा गया। जहां विमान से पुजारियों ने पिचकारी से रंग बरसाया वहीं अबीर गुलाल की बदरी के बीच गोविंद घेरा के क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने भक्तों पर प्रेम पगी लाठियां बरसानी शुरू कर दी। ब्रज के पारंपरिक वस्त्रों में सजी महिलाओं की लाठियों से निकले प्रेम रस में भक्त सराबोर हो गए। भगवान भास्कर की तपिश में कमी से मौसम का सर्द अहसास भी रस रंग में डूबे भक्तों के उल्लास को कम नहीं कर सका था। जैसे जैसे सवारी बड़े बगीचे की तरफ बढ़ रही थी। रंगों की खुमारी भी अपने चरम पर पहुंच रही थी। लगभग दो घंटे के बाद जब सवारी मंदिर परिसर वापस पहुंची तो मंदिर प्रबंधन द्वारा हुरंगा खेलने आई महिलाओं को ठाकुर जी का प्रसादी फगुआ भेंट किया गया।