हिंदुस्तान तहलका / ललित जिंदल
सोहना। इसको नगरपरिषद प्रशासन की मनमानी कहें अथवा लापरवाही। जो लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी सफाई व्यवस्था चौपट है। नाले व नालियां गन्दगी से लबालब हैं। जिनकी सफाई के लिए कोई भी जिम्मेवारी लेने को तैयार नहीं है। गन्दगी से आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है। स्थानीय नागरिकों में परिषद प्रशासन के ख़िलाफ़ भारी रोष व गुस्सा पनप रहा है। सोहना कस्बे में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी गन्दगी का आलम है। नाले व नालियां गन्दगी से भरमार हैं। जिनकी सफाई करने के लिए कोई भी जिम्मेवारी लेने को तैयार नहीं है। आरोप है कि सफाई कर्मचारी केवल मात्र मटरगस्ती करने में मशगूल रहते हैं।
कस्बे के अग्रसेन पार्क के सामने रोड पर बने नाले में काफी समय से गन्दगी व्याप्त है। उक्त नाले की सफाई न होने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। जहां से गुजरने वाले राहगीर आसानी से नहीं गुजर सकते हैं। नाले की सफाई की जानकारी कई बार परिषद प्रशासन को भी दी जा चुकी है। परंतु समस्या जस की तस है। जिसका समाधान आज तक भी नहीं हो सका है। प्रबुद्ध नागरिक एडवोकेट अनुराग जिंदल, पूर्व पार्षद रमन जांगड़ा, इनेलो नेता किशोर यादव, व्यापार मंडल प्रधान अशोक गर्ग, बाबू सिंगला, राजू मित्तल आदि का कहना है कि नागरिक सभी प्रकार के टैक्सों का भुगतान समय पर करते हैं किंतु उनको परिषद सुविधाएं देने में असमर्थ साबित हो रहा है। उन्होंने तुरंत ही नाले की सफाई कराने को कहा है। जिससे बीमारियां न पनप सकें।