⇒ लोन सेटलमेंट के लिए बैंक के फील्ड अफसर ने मांगी थी घूस
हिंदुस्तान तहलका / सत्यवीर सिंह
अलीगढ़ – अलीगढ़ में दिल्ली की सीबीआई टीम (CBI team) ने छापेमारी करते हुए ग्रामीण बैंक के फील्ड अफसर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बैंक के लोन को सेटल करने के नाम पर उपभोक्ता से 20 हजार रुपए घूस की मांग की थी। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत की थी। पीड़ित की शिकायत के बाद सीबीआई की टीम आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाकर अलीगढ़ आई थी और दोनों आरोपियों को गुरुवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद टीम उन्हें अपने साथ दिल्ली ले गई। पूछताछ के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एनपीए अकाउंट का होना था सेटलमेंट
अलीगढ़ के ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त (Gramin Bank of Aryavarta) के पाली रजापुर शाखा में एक किसान का केसीसी लोन चल रहा था। किसान के बेटे ने अधिकारियों को सूचना दी थी कि बैंक के अधिकारी उसके पिता का लोन निपटारा करने के नाम पर घूस मांग रहे हैं। उसने बताया कि बैंक ने उसके पिता का अकाउंट भी एनपीए (NPA) कर दिया है। अकाउंट एनपीए करने के साथ ही बैंक ने उसके पिता के ऊपर 10 लाख से ज्यादा का बकाया निकाल दिया था। इसे ही सेटल करने के नाम पर बैंक के फील्ड ऑफीसर ने उससे 20 हजार रुपए की घूस मांगी है। काफी मान मनौव्वल के बाद फील्ड ऑफीसर 18 हजार रुपए पर माने थे। जिसके बाद दिल्ली सीबीआई की टीम आरोपियों की धरपकड़ के लिए अलीगढ़ आ गई।
हाथरस में भी होगी घर की तलाशी
दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त के फील्ड ऑफीसर मोहित अग्रवाल और बैंक कर्मचारी नरेंद्र बाबू को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद टीम उन्हें पूछताछ के लिए अपने साथ दिल्ली लेकर चली गई। वहीं अधिकारियों ने बताया कि दोनों कर्मचारी हाथरस के रहने वाले हैं और हाथरस में ही मकान बनाकर रह रहे हैं। इसलिए दोनों के हाथरस स्थित मकान में भी छापेमारी की जाएगी, जिससे कि वहां से भी साक्ष्य जुटाए जा सके। वहीं सीबीआई की कार्रवाई के बाद पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है।
गाजियाबाद कोर्ट में होंगे पेश
सीबीआई की टीम फील्ड अफसर मोहित अग्रवाल और कर्मचारी नरेंद्र को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई। अधिकारियों के अनुसार आरोपी ने 18 हजार रुपए की रिश्वत लेने की बात भी स्वीकार की है। इन दोनों से विस्तृत पूछताछ के बाद इन्हें गाजियाबाद में सीबीआई मामलों की विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा।