हिन्दुस्तान तहलका / गीतिका
गुरुग्राम – सेक्टर 43 वजीराबाद के खोखरा जोहड़ नवनिर्मित पांच मंजिला मंदिर में माता बगलामुखी का प्रकटोत्सव दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर समाजसेवी मंयक शर्मा परिवार द्वारा पूजा अचर्ना करवाई गई। इस अवसर पर माता बगलामुखी का विशेष पीले रंग से श्रृंगार किया गया। विद्वान ब्राह्मणों ने विधिवत रूप से माता बगलामुखी का जाप करते हुए मंत्रोच्चारण करते हुए कहा कि एक समय सतयुग में आए भयानक तूफान से सृष्टि का विनाश होने लगा। जिसे देख भगवान विष्णु को चिंता हुई। उन्होंने तपस्या करके भगवती महात्रिपुर सुंदरी को प्रसन्न किया। सौराष्ट्र क्षेत्र में हरइंद्रा नामक सरोवर के गाढ़े पीले रंग के जल में माघ शुक्ल चतुर्दशी को क्रीड़ा करते हुए देवी के हृदय से एक दिव्य शक्ति निकली। जो मां बगलामुखी के नाम से प्रसिद्ध हुई। 10 महाविद्याओं में से मां बगलामुखी आठवीं महाविद्या हैं। मां बगलामुखी अपने साधकों के शत्रुओं का नाश करती है। इस अवसर पर समाजसेवी मयंक शर्मा कुरुक्षेत्र, पंडित इंद्रजीत शर्मा, विमल शर्मा, केशव शर्मा, परमजीत जून, अरुण धवन, गणेश, मुकेश यादव, पंडित पियूष चौबे, आचार्य प्रशांत पांडे, हिमानी बरेला, अलंकृता घोष, अदिति वशिष्ठ, आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।