⇒ लोकसभा चुनावों में क्षेत्र का विकास करवाने वाले को वोट देगा- हरीश आजाद
हिंदुस्तान तहलका / दीपा राणा
फरीदाबाद – हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ (Haryana Punjabi Culture Association) के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चन्द्र आजाद ने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने हरियाणा की राजनीति में बिना वजह हलचल पैदा करके पंजाबी समाज का मुख्यमंत्री हटाया उससे प्रदेश का पंजाबी समाज भाजपा द्वारा कौम के अपमान से दुखी है और इसी वजह से भाजपा का सबसे मजबूत पंजाबी वोट बैंक भाजपा से खिसककर अपनी कौम के लिये मजबूत राजनीतिक जगह तलाशेगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में पंजाबी समाज किसी पार्टी को समर्थन न करके सही उम्मीदवार को चुनने की अपील करेंगा। जिसने क्षेत्र का विकास किया हो ,लेकिन विधानसभा चुनावों में पंजाबी समाज भाजपा को धूल चटायेगा। जिसके लिये हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश आजाद अपनी टीम के साथ प्रदेश के हर जिले में जाकर भूमिका तैयार करेंगे। उसके बाद पंजाबी समाज एकजुट होकर अपने अपमान का बदला भाजपा से लेगा तथा किस पार्टी को समर्थन करना है इसका फैसला सभी पंजाबी संगठनों के साथ मिलकर लेगा।
हरीश आजाद ने कहा कि 2005 में तो भाजपा के नेतृत्व ने अपनी मर्जी से पंजाबी मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन 2019 में प्रदेश के सबसे ईमानदार व प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्ति के रास्ते पर ले जाने वाले पंजाबी मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल खट्टर की वजह से पंजाबी समाज ने एक तरफ भाजपा को वोट दी थी।
लेकिन भाजपा ने न तो इसकी कद्र की और न ही पंजाबी समाज की भावनाओं को भाजपा भाप पाई। जिसका नुकसान भाजपा को विधानसभा चुनावों में उठाना पड़ेगा और कुछ नुकसान भापजा को लोकसभा चुनावों में भी होगा। क्योंकि लोकसभा चुनावों में हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ सहित कई अन्य संगठन जो पहले भाजपा को वोट की अपील करते थे। इस बार केवल अच्छे व अपने क्षेत्र के विकास करने वाले उम्मीदवार को वोट देने की अपील अपने पंजाबी समाज से करेंगे तथा विधानसभा चुनावों में सभी पंजाबी संगठन मिलकर खुलकर भाजपा का विरोध करेंगे।
आजाद ने कहा कि भाजपा के समर्थक व छुटपुट नेता तो खुलकर कह रहे है कि पंजाबी समाज नाराज होता है तो हो भाजपा को कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला और पंजाबी समाज की इतनी औकात नहीं है कि भाजपा को नुकसान पहुंचा पाये। भाजपा के बड़े नेताओं ने तो खुलकर ही पंजाबी मुख्यमंत्री को हटाकर यह संदेश दे ही दिया है कि भाजपा को पंजाबी समाज के वोटों की परवाह नहीं है।
इसलिये बिना वजह एक इमानदार पंजाबी को मुख्यमंत्री के पद से रातो रात हटा दिया। इसलिये पंजाबी समाज अपनी औकात भाजपा को जरूर बतायेगा बस इसके लिए कुछ समय चाहिये। ताकि हम मजबूत रणनीति बनाकर एकजुट होकर भाजपा से इस अपमान का बदला ले सकें। इतिहास गवाह है कि पंजाबियों ने अपनी कौम का मान-सम्मान करने वालों के लिए अपने शीश कटाए हैं और कौम का अपमान करने वालों के नामोनिशान मिटाएं हैं।